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Exercise for heart health: कहा जाता है कि दिल आपके शरीर का इंजन होता है। और अगर इस दिल नाम के इंजन की मरम्मत और मेंटेनेंस समय रहते नहीं की तो आपके शरीर को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। घबराइए मत, दिल को स्वस्थ रखने के लिए आपको एथलीट होने की ज़रूरत नहीं है, रोज़ाना 30 मिनट की वॉक भी आपकी ज़िंदगी में बहुत बड़ा अंतर ला सकती है।
अगर आपने ऐसा करना एक बार शुरू किया और रोज़ाना करते रहे तो आपको इसका परिणाम ज़रूर मिलेगा। वैसे आप ये भी जान लीजिए कि वह लोग जो रोज़ाना एक्सरसाइज़ (exercise for the heart) करते हैं उनको किसी प्रकार की दिल की बीमारी होनी की संभावना दोगुना कम होती है।
किसी भी तरह की एक्सरसाइज़ शुरू करने से पहले ये बेहतर होगा कि आप अपने डॉक्टर या कंसल्टेंट से सलाह (is exercise good for health) ले लें। अगर आप किसी के संपर्क में नहीं है तो अपने नज़दीकी शहर में मौजूद Ujala Cygnus Hospital के कार्डियोलोजिस्ट से भी सलाह ले सकते हैं। आइए अब जानते हैं दिल को मज़बूत रखने के लिए आप कौन सी एक्सरसाइज़ (exercise for heart) कर सकते हैं।
एरोबिक्स: आमतौर पर हर तीसरा व्यक्ति अपना पूरा दिन या तो ऑफिस के काम की वजह से कुर्सी पर बैठे-बैठे गुज़ारता है या तो घर में बिस्तर पर लेटे-लेटे। और जो लोग ऐसा करते हैं उनके दिल के अस्वस्थ होनी की संभावना ज़्यादा होती है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपका हार्ट हेल्दी रहे तो एक हफ्ते कम से कम 1 से 2 बार आधे घंटे कि लिए एरोबिक्स ज़रूर करें। एरोबिक्स के अंदर दौड़ना, साइकलिंग और जॉगिंग आता है।
लिफ्ट को करो बाय, सीढ़ीयां अपनाएं: इस मॉर्डन लाइफ्सटाइल में हर व्यक्ति लिफ्ट और ऑटोमेटिक सीढ़ियों पर निर्भर हो चुका है। पहले फ्लोर पर जाना हो तो आलस सामने खड़ा होता है और आप आलस के साथ लिफ्ट और ऑटोमेटिक सीढ़ियों के सफर पर चले जाते हैं। सीढ़ियों से जैसे आपने रिश्ता ही तोड़ लिया हो। लेकिन ऐसा करना आपके दिल को कितना भारी पड़ता है, इस बात का आपको अंदाज़ा नहीं होगा। ऐसे में दिल का ख़्याल रखने के लिए सीढ़ियों से दोस्ती कर लें। जब भी मौका मिले, सीढ़ियां ज़रूर चढ़ें। ये भी एक प्रकार की एरोबिक एक्सरसाइज़ है। एक्सपर्ट्स की माने तो एरोबिक एक्सरसाइज़ से ज़्यादा लाभ उठाने के लिए आपका हार्ट रेट का 50 से 85 होना चाहिए।
ताई ची: ताई ची को अगर हफ्ते में दो से तीन बार किया जाए तो दिल को स्वस्थ रखने में काफी मदद मिलती है। ताई ची की कुछ मुद्राएं ऐसी हैं जिनमें लंबी सांस लेनी और छोड़नी होती है, ध्यान केंद्रित करना होता है। यह आप टहलते हुए और खड़े होकर भी कर सकते हैं। गहरी सांस लेकर टहलते लेना इस अभ्यास का हिस्सा है। ताई ची को आप आराम से घर में भी कर सकते हैं।
डांस को दो दिल का ख़्याल रखने का चांस: डांस करना तो सबसे इंटरेस्टिंग एक्सरसाइज़ है। घबराइए मत, डांस करने के लिए आपको प्रोफेशनल डांसर होने की ज़रूरत नहीं है। डांस करने के लिए आपको चाहिए म्यूज़िक और थोड़ा बहुत हाथ, पैर और कमर को म्यूज़िक के मुताबिक चलाना है। डांसिंग करना कार्डियावेस्कुलर बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिए काफी लाभदायक है। हालांकि आपको एक दिन में कितनी देर तक इस रोचक अभ्यास को करना है ये आप पर निर्भर करता है। एक्सपर्ट की माने तो प्रति मिनट 120 से 135 बीट को अच्छी एरोबिक बीट माना जाता है।
स्ट्रेचिंग: अगर आपने रोज़ाना एक्सरसाइज़ करने का ठान लिया है और उसे अपने दिनचर्या का हिस्सा बना लिया है तो स्ट्रेचिंग को अपने टाइम टेबल में शामिल करना न भूलें। लेकिन किसी भी प्रकार की एक्सरसाइज़ करने के बाद अगर आप स्ट्रेचिंग करते हैं तो पैरों और हाथों में दर्द नहीं होता और साथ में शरीर भी लचीला हो जाता है। लेकिन इस बात के ध्यान रखें कि स्ट्रेचिंग करते वक्त आपको काफी सावधान रहना है। ऐसे में अगर आपके शरीर के किसी अंग में समस्या हो तो स्ट्रेचिंग करने से बचें।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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