Table of Contents
Toggle
आज के समय में ब्लड प्रेशर को एक गंभीर समस्या कहें तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। क्योंकि ये समस्या इतनी बड़ी है कि, केवल भारत में ही ब्लड प्रेशर (blood pressure) से करीब 20 करोड़ से ज्यादा लोग परेशान हैं। अगर इस बीमारी का समय पर इलाज ना हो तो ये पीड़ित व्यक्ति की जिंदगी पलभर में खत्म कर सकता है।
ब्लड प्रेशर दो प्रकार के होते हैं, हाई ब्लड प्रेशर (high blood pressure) और दूसरा लो ब्लड प्रेशर (low blood pressure) पीड़ित व्यक्ति के लिए दोनों ही स्थिति खराब होती है। जब किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है तो इस स्थिति में ह्रदय के खून को पंप करने के लिए काफी जोर लगाना पड़ता है, इस स्थिति में व्यक्ति को तेज गुस्सा आता है और कभी- कभी सांस लेने में भी दिक्कत हो जाती है। सामान्य ब्लड प्रेशर (normal bp kitna hota hai) 120/80 होता है, लेकिन जब ये 180/110 और उससे भी अधिक बढ़ जाए तो तुरंत उपचार की जरूरत होती है। ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है जो कम रहे तो भी आपकी समस्या को बढ़ा सकता है और ज्यादा हो जाए तो भी चिंता का विषय है।
एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में इस परेशानी से करीब एक अरब,13 करोड़ लोग जूझ रहे हैं। उच्च रक्तचाप हो या फिर लो ब्लड प्रेशर ये ऐसी बीमारी है जिसका समय पर इलाज जरूरी होता है। ऐसे में सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि आखिर ब्लड प्रेशर की बीमारी होती क्यों है? तो आइए जानते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार 90 फीसदी मामलों में ब्लड प्रेशर के कारणों का पता नहीं लग पता लेकिन इस बीमारी का मुख्य कारण आनुवांशिक होते हैं। इसके अलावा जो लोग अपनी ब्लड प्रेशर के लक्षणों को नजरअंदाज करते हैं उनमें ये समस्या समय के साथ साथ जानलेवा बन जाती है। शोध के अनुसार महिलाओं में ब्लड प्रेशर की शिकायत ज्यादा देखी गई है।
इसके अलावा मोटापा और जरूरत से ज्यादा वज़न बढ़ना, सोडियम की मात्रा अधिक होना, ज्यादा शराब का सेवन करना, किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी नहीं करने के कारण भी ब्लड प्रेशर होने का खतरा रहता है।
हाई ब्लड प्रेशर और लो ब्लड प्रेशर के लक्षण अधिकांश मामलों में सामान्य होते हैं, कई बार तो इसे पहचानना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन सामान्यतः ब्लड प्रेशर के रोगियों में निन्म लक्षण दिखाई देते हैं-
आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि आखिर कैसे आप इस समस्या से खुद को बचाकर फिट रह सकते हैं, तो आज हम आपको ये भी बताएँगे कि अगर आप इस बीमारी का शिकार हो भी गए हैं तो कैसे घर पर रहकर ही आप इसपर काबू पा सकते हैं, तो चलिए जानते हैं।
हाई बल्ड प्रेशर की परेशानी में आप मेथी और अजवाइन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए एक चम्मच मेथी और अजवाइन पाउडर को एक गिलास पानी में भिगोकर रख दें, और रोज़ाना सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।
त्रिफला का इस्तेमाल हाई बल्ड प्रेशर के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है, इसके लिए 20 ग्राम त्रिफला को रातभर के लिए पानी में भिगा कर रख दें औऱ फिर सुबह इस पानी को छानकर इसमें 2 से 3 चम्मच शहद मिलाकर पीने से बल्ड प्रेशर की दिक्कत में आराम मिलता है।
रोजाना एक गिलास गर्म पानी में लगभग आधा नींबू निचोड़ें और खाली पेट इसका सेवन करें। ऐसा करने से बल्ड प्रेशर तो कंट्रोल होता ही है साथ ही मोटापे से भी छुटकारा मिलता है।
लैवेंडर की तासीर ठंडी होती है जिसके कारण ये बल्ड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद करता है। बल्ड प्रेशर के मरीजों के लिए लैवेंडर एक अच्छा औऱ बेहतरीन औषधि है जो तुरंत काम करती है। इसके लिए रोज़ाना हर रात सोने से पहले लैवेंडर की चाय का सेवन करें।
ग्रीन टी कई बीमारियों का इलाज करती है। रोज़ाना इसके सेवन से हाइपरटेंशन होने का ख़तरा भी काफी हद तक कम हो जाता है। ग्रीन टी की तासीर तरावट देने का काम करती है, इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट व्यक्ति को कई तरह की बीमारियों से दूर रखता है।
इन सब उपायों के अलावा आप अपने लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करके भी इस बीमारी से बच सकते हैं। अगर आपने शुरू में इस रोग को नजरअंदाज किया है और अब ये खतरनाक स्टेज पर पहुंच चुका है तो इस स्थिति में डॉक्टर से सलाह ले।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.