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Hernia in hindi upchar: हर्निया एक आम बीमारी है, कुछ लोगों में ये बीमारी बढ़ती उम्र के कारण होती है तो कुछ लोगों में बचपन (hernia in child in hindi) से ही इसके लक्षण दिखाई देते हैं। वैसे हार्निया को जानलेवा तो नहीं कहा जा सकता लेकिन समय रहते इसका इलाज करवाना बहुत ज़रूरी होता है। क्योंकि अगर शरीर में कोई बीमारी ज्यादा दिनों तक बनी रहे तो ये शरीर के अन्य स्वस्थ भागों को भी बीमार कर सकती है। हर्निया की स्थिति में पीड़ित व्यक्ति के शरीर के सबसे कमजोर भाग या कमजोर मांसपेशियां ऊभरकर लटक जाती हैं या किसी छेद से बाहर आ जाती हैं, बच्चों में ये ज्यादातर नाभी में देखा जाता है।
How to prevent a hernia: हर्निया एक ऐसी बीमारी है जो समय के साथ साथ बढ़ती चली जाती है, हालांकि बच्चों में ये बीमारी जल्दी ठीक हो जाती है और अगर नहीं होती है तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। लेकिन अगर हम थोड़ी सावधानी बरते तो हर्निया जैसे रोग होंगे ही नहीं। क्योंकि अगर कोई व्यक्ति हर्निया का शिकार हो जाता है तो उसके पास ऑपरेशन ही एकमात्र ऑपशन बच जाता है। ऐसे में हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देने जा रहे हैं जिसे ध्यान में रखकर आप हर्निया से बच सकते हैं।
हर्निया से बचना है तो पेट को साफ रखना बहुत ज़रूरी है। और पेट साफ रखने के लिए आपको अपने खानपान में बदलाव करना होगा और ये ध्यान रखना होगा कि आपको कब्ज़ की शिकायत ना रहे। इसके अलावा कुछ काम बहुत भारी होते हैं जिसे करने से पेट पर दबाव पड़ता है तो ध्यान रहे ऐसे काम ना करें वरना आपकी मांसपेशियां कमजोर हो जाएंगी, और हर्निया कमजोर मांसपेशियों को ही अपना शिकार बनाता है।
शराब और धूम्रपान करने से कोई भी स्वस्थ व्यक्ति बीमार हो सकता है, औऱ अगर आपको हर्निया रोग से बचना है तो शराब, सिगरेट, तंबाकू आदि के सेवन बिलकुल ना करें।
ज़रूरत से ज्यादा वजन इंसान के शरीर में कई तरह की बीमारियां पैदा करता है। इसलिए किसी भी तरह की गंभीर बीमारी से बचने के लिए वजन को कंट्रोल में रखना बहुत ज़रूरी है। इसके अलावा चाय, कॉफी और कैफीन युक्त आहार भी ना करें।
कोई भी भारी सामान उठने से पहले अपना बैलेंस ज़रूर बनाएं, कोशिश करें अगर आप कोई भारी काम करने में सक्षम नहीं हैं तो उसे ना करें। क्योंकि वजनदार काम करने से पेट की मांसपेशियों पर खिंचाव और दबाव बनता है जिससे हर्निया होने का खतरा रहता है।
हर्निया से बचने के लिए खूब पानी पीना बहुत ज़रूरी है, लेकिन ध्यान रहे आपको एक बार में खूब सारा पानी नहीं पीना है बल्कि हर घंटे थोड़ा थोड़ा पानी पीएं। इसके अलावा अगर आप पानी में सिरका मिलाकर पीते हैं तो इसका अधिक फायदा मिलेगा।
उजाला सिग्नस हेल्थकेयर ग्रुप के 13 अस्पताल हैं जो रेवाड़ी, सोनीपत, पानीपत, कुरक्षेत्र, कैथल, बहादुरगढ़, करनाल, कानपुर, वाराणसी, काशीपुर, दिल्ली के नांगलोई, दिल्ली के रामा विहार में स्थित हैं। किसी भी प्रकार की बीमारी का इलाज करवाने के लिए आप अपने नज़दीकी उजाला सिग्नस अस्पताल में अपॉइंटमेंट बुक करवा सकते हैं। इसके अलावा, फ़ोन के ज़रिये मुफ्त परामर्श लेने के लिए आप 9146691466 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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