Cirrhosis of liver: सिरोसिस लिवर में होने वाली बीमारी है, और लिवर शरीर का बहुत खास अंग माना जाता है, क्योंकि लिवर ही हमारे शरीर को सुचारू रूप से चलाता है औऱ शरीर के कई क्रियाओं पर अपना कंट्रोल रखता है। अगर हमारे शरीर में लिवर स्वस्थ ना हो तो खाना डायजेस्ट नहीं होता है, पाचन तंत्र खराब हो जाता है, खून की सफाई, मल त्याग जैसी तमाम दिक्कतें पैदा हो जाती हैं। इसलिए लिवर को स्वस्थ रखना बहुत ज़रूरी है, लेकिन कई बार अनियमित खानपान और लाइफस्टाइल में बदलाव के कारण लिवर सिरोसिस जैसी बीमारी हो जाती है।

लिवर सिरोसिस होने के कारण (liver cirrhosis cause)
आमतौर पर लिवर सिरोसिस अनियमित जिवनशैली के कारण (what causes cirrhosis of the liver) होता है, ये फाइब्रोसिस की बिगड़ी हुई अवस्था के कारण होती है। जब स्थिति ज्यादा खराब हो जाती है तो फाइब्रोसिस सिरोसिस तक पहुंच जाती है। इसके कई कारण होते हैं जैसे-
1.एल्कोहॉलिज़म होना
लिवर फाइब्रोसिस और लिवर सिरोसिस होने का सबसे बड़ा कारण एल्कोहॉलिज़म का होना है। जो लोग लगातार शराब का सेवन कर रहे हैं, या लंबे समय से नशीले पदार्थ का सेवन कर रहे हैं उनमें भी लिवर सिरोसिस होना आम बात है।
2.लिवर संबंधित रोग
अगर किसी व्यक्ति को लिवर से जुड़ी कोई बीमारी है या कभी ऐसी कोई बीमारी हुई है तो उस व्यक्ति में भी लिवर सिरोसिस आसानी से हो सकता है, इससे बचने के लिए पीड़ित व्यक्ति को समय समय पर अपने लिवर की जांच करवानी होती है।
3. बाहर का खाना खाना
कई बार बाहर का खाना अधिक खाने के कारण भी लिवर सिरोसिस की शिकायत हो जाती है, इसिलए कमजोर लिवर वाले लोगों के लिए बाहर का खाना अधिक खाने से तमाम तरह की परेशानी हो सकती है।
4. सिस्टिक फाइब्रोसिस
सिस्टिक फाइब्रोसिस से पीड़ित व्यक्ति को भी लिवर में सिरोसिस हो सकता है, इसलिए जब आपको पता लगे कि आप सिस्टिक फाइब्रोसिस के शिकार हैं तो इस बीमारी का जड़ से इलाज करवाएं और दवाइयों का पूरा डोज़ लें।
5. हेपेटाइटिस सी
आमतौर पर लिवर सिरोसिस हेपेटाइटिस सी से पीड़ित व्यक्ति को भी आसानी से हो सकता है, अगर आप हेपेटाइटिस सी से उभर चुके हैं और बीमारी ठीक भी हो गई है तो भी कुछ हद तक लिवर सिरोसिस होने का खतरा रहता है।

लिवर सिरोसिस के लक्षण (liver cirrhosis symptoms)
किसी भी बीमारी को बढ़ने या शुरू होने से पहले खत्म करने के लिए उसके लक्षणों को पहचानना बहुत ज़रूरी है, अगर आपने शुरू में इसके लक्षणों को पहचानकर डॉक्टर्स को सूचित कर दिया तो ये बढ़ने से बच सकती है। और अगर आपने इसके लक्षणों को नजरअंदाज़ करने की गलती कर दी तो ये लिवर के साथ साथ उसके असपास के अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकता है। ऐसे में आप लिवर सिरोसिस को निम्न लक्षणों से पहचान सकते हैं जैसे-
1.पीलिया के संकेत दिखना
जो व्यक्ति लिवर सिरोसिस से पीड़ित होता है उसके त्वचा का रंग पीला पड़ने लगता है, ये सिरोसिस के सबसे आम लक्षण है, इस लक्षण को पीलिया भी कहा जाता है। अगर आपमें ये लक्षण दिखें तो भूलकर भी इसे नजरअंदाज ना करें।
2.भूख में कमी आना
लीवर सिरोसिस में व्यक्ति की भूख में कमी आ जाती है, ज्यादातर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन ये एक गंभीर लक्षण है इसे नजरअंदाज करना आपके लिवर को और अधिक बीमार कर सकता है।
3.शरीर में कमजोरी लगना
अगर आपको लगे कि आप जल्दी थक जा रहे हैं, या आपके शरीर में कमजोरी आ गई है, किसी भी काम को ज्यादा देर तक नहीं कर पाते हैं तो इसका मतलब ये है कि आप लिवर से जुड़ी किसी बीमारी का शिकार हो गए हैं, और ये बीमारी लीवर सिरोसिस हो सकती है।
4.सांस लेने में परेशानी
जिस व्यक्ति का लिवर ठीक ढंग से काम नहीं करता है उसे सांस लेने में काफी तकलीफ होती है, इतना ही नहीं इसका प्रभाव शरीर के बाकी भागों पर भी पड़ता है।
5.वजन बढ़ना और घटना
अगर आपको ऐसा लगे कि आपका वजन अचानक से घटने या बढ़ने लग जाता है तो इसे भूलकर भी नजरअंदाज ना करें, ये लिवर सिरोसिस का सबसे आम लक्षण है, अगर इसका सही से इलाज ना किया जाए तो ये अन्य कई परेशानियों को पैदा कर सकता है।
लिवर सिरोसिस का ट्रीटमेंट (liver cirrhosis treatment)
लिवर सिरोसिस का ट्राटमेंट काफी महंगा होता है, इसमें लिवर ट्रांसप्लांट किया जाता है। जिसमें करीब लागत 1.5 लाख से 2.5 लाख की आती है। लिवर सिरोसिस को कई तरह के इलाज से ठीक किया जा सकता है जैसे-
1.लिवर ट्रांसप्लांट
जब किसी भी तरह के इलाज से लिवर सिरोसिस के मरीज को आराम नहीं मिलता है तो इस स्थिति में डॉक्टर मरीज को लिवर ट्रांसप्लांट कराने की सलाह देते हैं, इससे लिवर की बीमारी जड़ से खत्म हो जाती है।
2.दवाई लेना
लिवर से संबंधित दवाइयां लेना लिवर सिरोसिस का सबसे आसान इलाज है, दवाइयों के माध्याम से बीमारी को फैलने से रोका जाता है।
3.लिवर बायोप्सी
कई बार तो सिरोसिस का इलाज बायोप्सी से करना पड़ता है, बायोप्सी के जरिय शरीर में इस बीमारी को बढ़ने से रोका जाता है, और कई बार लिवर सिरोसिस शरीर के अन्य भाग में फैल जाते हैं, इसे रोकने के लिए भी लिवर बायोप्सी बहुत फायदेमंद है।
4.हेल्दी डाइट
खानपान का किसी भी बीमारी पर असर पड़ता है, किसी भी प्रकार के रोग में खानपान का खास ध्यान रखना होता है, खासकर लिवर सिरोसिस में हमेशा घर का ही भोजन खाना चाहिए, क्योंकि ये बीमारी आमतौर पर बाहर का भोजन करने के कारण ही होती है। यही कारण है कि डॉक्टर अक्सर हेल्दी डाइट लेने की सलाह देते हैं जिससे लिवर ठीक से काम कर सके।
5.अल्ट्रासाउंड
लिवर की बीमारी का पता लगाने के लिए सबसे पहले अल्ट्रासाउंड कराकर ये देखा जाता है कि लिवर को कहां हानि पहुंची है। उसके आधार पर पीड़ित मरीज का इलाज शुरू किया जाता है।
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