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Toggleकीड़ों का काटना या डंक मारना आम बात है, लेकिन कई बार हमें पता भी नहीं होता कि किस कीड़े ने डंक मारा है या काटा है, ऐसी स्थिति में दिक्कतें और अधिक बढ़ जाती हैं, चोट वाले स्थान पर खुजली, जलन और सूजन हो जाती है। कभी कभार इनका काटना या डंक मारना खतरनाक भी हो जाता है इस स्थिति में जल्द से जल्द इलाज की ज़रूरत होती है।
First aid for bites and stings in Hindi: कीड़ों के काटने और बिच्छुओं के डंक मारने के सबसे ज्यादा केस आते हैं, कई बार तो बिच्छू के काटने से पीड़ित व्यक्ति की मौत तक हो जाती है, ऐसे में आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कीड़ों के काटने और डंक मारने पर क्या उपचार किया जा सकता है। ( cockroach bite treatment )
जब आपको कीड़ा काट ले या कोई कीड़ा डंक मार दे तो तुरंत प्रभावित जगह पर बर्फ लगाएं। ऐसा करने से स्किन को अंदर से ठंडक मिलती है और जलन भी तुरंत खत्म हो जाएगी। इसके अलावा प्रभावित जगह पर बर्फ रगड़ने से सूजन भी ठीक होता है।
जब आपको लगे कि किसी कीड़े ने आपको डंक मारा है तो तुरंत उस जगह को साबुन लगाकर अच्छे से धोएं। ऐसा करने से जलन में तुरंत आराम मिलेगी, धोने के बाद प्रभावित स्थान पर कैलामाइन लोशन लगा लें, इससे भी पीड़ित व्यक्ति को काफी आराम मिलेगा।
कीड़ों के काटने के बाद तुरंत उपचार के लिए एक कॉटन बॉल को सेब के सिरके में भिगोएं और इसे डंक से पीड़ित जगह पर लगाएं। ऐसा करने से डंक के छेद के भीतर सिरका पहुंच जाएगा जिससे दर्द में आराम मिलता है और सिरके से जहर भी खत्म हो जाता है।
किसी भी कीड़े के डंक के बाद उसकी डंक को निकाल दें और बेकिंग सोड़ा को पानी में मिलाकर उसका एक गाढ़ा सा पेस्ट बनाए और इस पेस्ट को डंक से प्रभावित त्वचा पर लगाएं। ऐसा करने से दर्द और सूजन से राहत मिलती है।
कीड़ों के डंक मारने या काटने वाली जगह पर एसेंशियल ऑयल लगाएं, इस तेल में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो कीड़ों के जहर को खत्म कर सकता है।
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Home remedies for bug bites that itch and swell: कीड़ों के काटने को लेकर लोगों के भीतर तमाम तरह के सवाल होते हैं, इनमें से हमने कुछ ज़रूरी सवालों के जवाब नीचे दिए हैं-
वैसे तो कीड़े का काटना या डंक मारना आम बात है, इसे कुछ घरेलू उपचार से ही ठीक किया जा सकता है लेकिन कुछ कीड़े इतने जहरीले होते हैं कि उनका काटना बीमारी का रूप ले सकता है।
अगर आपको किसी छोटे मोटे कीड़ों ने काटा है या डंक मारा है तो आप ऊपर बताई गई प्रक्रिया को अपना सकते हैं, इन उपायों से आपको काफी आराम मिलेगा।
कैटरपिलर के काटने के बाद सबसे पहले उनके बालों को हटाने के लिए एक चिमटी का इस्तेमाल करें। इसके बालों को हाथों से छूने की गलती ना करें क्योंकि ये बहुत ज्यादा पतले और नुकीले होते हैं जो आपको चुभ भी सकते हैं। इसके बाद प्रभावित जगह को पानी के टैब के नीचे रख दें और नल चालू करके प्रभावित जगह को ब्रश से साफ करें।
First aid for bites and stings- मधुमक्खी और बिच्छु के काटने पर काफी दर्द महसूस होता है ऐसे में आप दर्द निवारक दवाइयां, जैसे पेरासिटामोल या आइबूप्रोफेन का सेवन कर सकते हैं।
कीड़ों से खुद को और अपने बच्चों को बचाने के लिए फुल बाजु के कपड़े पहनें और ज्यादा पेड़ पौधे वाली जगह पर जाने से बचें।
वैसे मकड़ियों का काटना उतना प्रभावशाली नहीं होता है लेकिन अगर आपको लाल या काली रंग की मकड़ी ने काटा है तो ये काफी जहरीले हो सकते हैं। ऐसे में प्रभावित जगह पर बर्फ का टुकड़ा रगड़ें।
उजाला सिग्नस हेल्थकेयर ग्रुप के 13 अस्पताल हैं जो रेवाड़ी, सोनीपत, पानीपत, कुरक्षेत्र, कैथल, बहादुरगढ़, करनाल, कानपुर, वाराणसी, काशीपुर, दिल्ली के नांगलोई, दिल्ली के रामा विहार में स्थित हैं। किसी भी प्रकार की बीमारी का इलाज करवाने के लिए आप अपने नज़दीकी उजाला सिग्नस अस्पताल में अपॉइंटमेंट बुक करवा सकते हैं। इसके अलावा, फ़ोन के ज़रिये मुफ्त परामर्श लेने के लिए आप 9146691466 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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