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बड़े-बुजुर्ग से लेकर बच्चे तक सभी डेंगू बुखार की चपेट में आसानी से आ जाते हैं। वहीं, यदि कोई व्यक्ति डेंगू से संक्रमित हो जाता है, तो उसके शरीर में डेंगू के लक्षण (Dengue symptoms) 3 दिनों से लेकर 14 दिनों तक बने रहते हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि डेंगू के लक्षण (Dengue symptoms) हल्के से लेकर गंभीर भी होते हैं जो कभी-कभी जानलेवा हो जाते हैं।
अगर बात शरीर में डेंगू की शुरुआत की करें, तो यह तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में तेज दर्द, थकान, मितली, उल्टी, त्वचा पर लाल चकत्ते और भूख ना लगने जैसे लक्षणों (Dengue symptoms) से होती है। ऐसे में आइए आज जानते हैं डेंगू क्या है? (What is Dengue?), डेंगू के लक्षण क्या-क्या होते हैं? और डेंगू का इलाज (treatment of dengue) क्या है?
डेंगू बुख़ार एक संक्रमण (Infection) है जो डेंगू वायरस (Dengue Virus) की वजह से होता है। डेंगू का इलाज (Treatment of Dengue) समय पर करना बेहद जरुरी होता है। वहीं डेंगू वायरस मच्छर को संचरित या फैलाते हैं। डेंगू बुख़ार को “हड्डीतोड़ बुख़ार” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि डेंगू बुखार से पीड़ित लोगों को इतना अधिक दर्द हो सकता है कि जैसे उनकी हड्डियां टूट गयी हों।
डेंगू आमतौर पर बच्चों को होने वाली बीमारी है, लेकिन बड़े-बुजुर्ग भी इसका शिकार हो जाते हैं। वैसे तो डेंगू के लक्षण (Symptoms of Dengue) भी सामान्य बुखार जैसे ही होते हैं। हालांकि, एडीज मच्छर के काटने के 4 दिनों से लेकर 2 सप्ताह के बीच कभी भी दिखाई दे सकते हैं-
इसके अलावा डेंगू के गंभीर लक्षणों में मसूड़ों से खून आना, खून की उल्टी लगना, तेज-तेज सांस लेना और शरीर में तेज दर्द/बेचैनी जैसे लक्षण भी डेंगू में देखे जाते हैं।
डेंगू से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए 91466-91466 पर कॉल करें और पाएं डॉक्टर से FREE सलाह।
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साल 1960 के बाद से दुनियाभर में काफी लोग डेंगू बुख़ार से पीड़ित हो रहे हैं। यह 110 देशों में आम है। वहीं, हर साल लगभग 50-100 मिलियन लोग डेंगू बुख़ार से पीड़ित होते हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि लोगों को डेंगू वायरस से बचाने के लिये कोई वैक्सीन अभी नहीं है। हालांकि, इस वायरस पर नियंत्रण पाने के लिए वैक्सीन तथा दवाओं पर काम चल रहा है। वहीं, डेंगू बुख़ार से लोगों को बचाने के लिये कुछ उपाय (Treatment for Dengue) हैं, जिन्हें अवश्य किए जाने चाहिए-
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डेंगू चार वायरसों डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4 की वजह (Causes of Dengue) से होता है। जब कोई मच्छर, पहले से संक्रमित किसी व्यक्ति को काटता है, तो वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है। वहीं जब संक्रमित मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, तो यह वायरस उस स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता है। वहीं एक बार जब कोई व्यक्ति डेंगू बुखार से उबर जाता है, तो वायरस से लड़ने में उसका शरीर सक्षम हो जाता है, लेकिन अन्य तीन प्रकार के वायरस से नहीं। यदि आप दूसरी, तीसरी या चौथी बार संक्रमित होते हैं, तो गंभीर डेंगू बुखार, जिसे डेंगू रक्तस्रावी बुखार (Dengue Hemorrhagic Fever) के रूप में भी जाना जाता है, के विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है।
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डेंगू की शुरुआती दौर में पहचान मुश्किल है, लेकिन कुछ लक्षणों के आधार पर हम डेंगू की पहचान (Symptoms of Dengue) कर सकते हैं। दरअसल, जब किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाता है, तो उसके शरीर का तापमान चढ़ जाता है यानि बुखार लगने लगता है। वहीं, बुखार आने के वक्त ठंड लगने लगती है। इसके अलावा, भूख लगनी कम हो जाती है और ब्लडप्रेशर (BP) भी गिरने लगता है और चक्कर आने शुरू हो जाते हैं।
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कुछ लोगों को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया या डेंगू जैसे बुखार में शरीर की प्लेटलेट्स घट जाती हैं जिसे बढ़ाना बेहद जरूरी होता है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक शरीर का प्लेटलेट्स काउंट 1.5 लाख से 4.5 चार लाख तक होना चाहिए।
यदि कोई मरीज धीरे-धीरे बेहोश हो जाता है या फिर मरीज की नाड़ी कभी तेज और कभी धीरे चलने लगती है। उसका ब्लड प्रेशर (BP) एकदम लो होने लगता है, तो ये तीनों कंडीशन डेंगू में सबसे ज्यादा खतरनाक होते हैं।
सेहत से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए 91466-91466 पर कॉल करें और पाएं डॉक्टर से FREE सलाह। इसके अलावा,आप अपने नज़दीकी उजाला सिग्नस अस्पताल में अपना बेहतर और किफायती इलाज भी करवा सकते हैं। हमारे अस्पताल कानपुर, रेवाड़ी, काशीपुर, वाराणसी, सोनीपत, पानीपत, कुरुक्षेत्र, दिल्ली में नांगलोई और रामा विहार, कैथल, बहादुरगढ़, करनाल, मुरादाबाद, हल्द्वानी और आगरा में मौजूद हैं।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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