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देश और दुनिया में कोरोना वायरस का कहर अभी थमा भी नहीं है कि अब इसके नए चेहरे को लेकर दहशत फैल चुकी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है (coronavirus new strain) जिसने पूरी दुनिया को दहशत में डाल दिया है। कई फ्लाइट भी कैंसिल कर दी गई है, और पॉजिटिव (COVID positive) पाए जाने वाले लोगों को डॉक्टरर्स की निगरानी में रखा गया है। ब्रिटेन से लगने वाली सभी सीमाओं को बंद कर दिया गया है जिससे यह वायरस किसी अन्य देश में ना फ़ैले। सीमाओं को सील कर दिया गया है। अन्य देशों के साथ-साथ भारत में भी कोरोना वायरस के इस नए स्ट्रेन को लेकर हलचल बचा हुआ है।
कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन (COVID-19 new variant) को लेकर लोगों के मन में काफी सारे सवाल हैं क्योंकि अभी इस वायरस के बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं जिसकी वजह से लोग तमाम तरह के सवाल गूगल पर सर्च कर रहे हैं। अगर आप भी इन्ही लोगों में से एक हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि इसमें आपके सभी सवालों के जवाब आसानी से मिल जाएंगे
जबसे कोरोना वायरस के इस नए स्ट्रेन के बारे में पता चला है तब से ही लोगों के मन में यह सवाल हैं कि आखिर इस वायरस का कब पता लगा? दरअसल कोरोनावायरस का यह नया स्ट्रेन दो-तीन महीने पहले ही लंदन के कैंट इलाके में लिए गए कोरोना सैंपल से सामने आया है इसका ननजीनोम का नाम बी.1.1.7 रखा गया है।
बता दें कि वायरस के नए रूप को आरटी पीसीआर टेस्ट से पहचाना गया है ब्रिटेन में आरटी पीसीआर टेस्ट के लिए एक टेस्ट किट का इस्तेमाल किया जा रहा है इस टेस्ट के जरिए कोरोनावायरस के तीन रूप निकल कर सामने आ रहे थे, लेकिन काफी समय से कोरोना वायरस टेस्ट में केवल दो ही जीन का पता लग रहा था। जब इसकी बड़े पैमाने पर जांच की गई तो पता लगा कि नया रूप 1 जीन को छुपा दिया है।
वायरस के इस नए स्ट्रेन को आए ज्यादा वक्त नहीं हुआ है इसलिए अभी इसके बारे में कुछ भी कहना उचित नहीं है हालांकि ब्रिटेन से निकले इस स्ट्रेन के बारे में ब्रिटेन के वैज्ञानिकों का कहना है कि ये 70% तेजी से फैलने वाला वायरस है।
वायरस चाहे कोई भी हो अनुवांशिक तत्वों में समय के साथ-साथ बदलाव होते रहते हैं। यह नियम है की वायरस इंसान की कोशिकाओं में किसी भी तरह से घुसने के लिए रास्ते ढूंढते रहते हैं जिसकी वजह से इसमें हमेशा बदलाव होता रहता है।
ब्रिटेन के अलावा इटली और फ्रांस ने भी अपने देश में इस वायरस की पुष्टि की है। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका में कोरोना की दूसरी लहर का कारण इसी वायरस को बताया जा रहा है। अमेरिकी अधिकारियों ने माना है कि इस नए स्ट्रेन की वजह से ही कोरोना के मामले इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केरल के स्वास्थ्य विभाग के लोगों का कहना है कि, यह नया स्ट्रेन ब्रिटेन में सितंबर महीने से सामने आया है, और तब से हजारों की संख्या में विदेशियों ने केरल की यात्रा की है, इसलिए काफी हद तक यह संभव है कि नया वायरस केरल में भी पाया जा सकता है। लेकिन अभी तक इस बारे में कोई खास जानकारी नहीं मिली है।
इस सवाल का जवाब देते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन के इमरजेंसी चीफ माइकल रायन ने कहा है कि ये वायरस बेकाबू तो नहीं है लेकिन महामारी के दौरान काफी गम्भीर परिस्थितियां देखी गई हैं। लेकिन इसे गम्भीरता से लेना बहुत जरूरी है।
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One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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