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Home remedies for fissure in hindi: गुदा या एनल में दर्द (Fissure pain) होने पर लोग अक्सर यह सोच लेते हैं कि बवासीर की समस्या होगी। लेकिन यह ना भूलें कि एनल में होने वाली समस्या फिशर भी हो सकता है। अब आप सोच रहे हैं होंगे कि फिशर क्या है (What is fissure)?
आपको बता दें कि फिशर की स्थिति मे एनल कैनाल के आसपास के क्षेत्र में दरारें बन जाती हैं। शुरूआती दौर में दरारें छोटी हो सकती हैं लेकिन समय के साथ इनका साइज़ बढ़ सकता है। जब दरारें बढ़ जाती हैं तो इनमें खून आने की संभावना बढ़ जाती है।
दरारों के बड़े होने की वजह से दर्द, जलन और असहजता महसूस हो सकती है। जिन लोगों को कब्ज़ होता है उन्हें फिशर होने की संभावना ज़्यादा होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि कब्ज़ होने पर एनल यानी गुदा के ज़रिए कठोर मल निकलता है जिसकी से दरारें आ जाती हैं। इस लेख में हम फिशर के छुटकारा पाने के कुछ काम के घरेलू उपाय ( home remedies for fissure in hindi ) के बारे में जानेंगे।
अगर आपको फिशर है तो ऑलिव ऑयल बड़ी काम की चीज़ है। ऑलिव में वसा पाया जाता है जो मल त्यागने की प्रक्रिया को आसान बनाता है। साथ ही यह फिशर में होने वाले दर्द और जलन को भी कम करता है। फिशर में ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल के लिए आपको मोम और शहद की ज़रूरत भी पड़ेगी। आइए जानते हैं कैसे करें इसका इस्तेमाल:
ऑलिव ऑयल, शहद और मोम को बराबर मात्रा में मिला लें। मिश्रण तैयार होने के बाद इसको माइक्रोवेव में रख लें और पिघलने दें। जब यह मिश्रण ठंडा हो जाए तो आपको जिस जगह दिक्कत है वहां लगा लें। ऐसा दिन में कई बार करने से आपको आराम मिल सकता है।
एलोवेरा जेल: एलोवेरा जेल में ऐसे गुण मौजूद होते हैं जो फिशर में दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं फिशर में एलोविरा जेल का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं।
एलोवेरा के कुछ पत्ते ले लें और एक चम्मच या चाकू की मदद से इसका जेल निकाल लें। अब आपको एनल में जिस जगह फिशर की वजह से दर्द है वहां जेल को लगा लें। इस प्रक्रिया जो दिन में 4-5 बार कम से कम करें।
हॉथ बाथ यानी गर्म पानी से नहाना, फिशर में काफी मददगार साबित होता है। फिशर की समस्या में हॉथ बाथ लेने से एनल में ब्लड सर्कुलेशन यानी रक्त का बहाव सुचारू रूप से होता है। ऐसा होने पर मामूली दरार और ऊतक के अलगाव को ठीक करने में मदद मिलती है।
बाथ-टब में गुनगुना पानी भरें और लैवेंडर तेल की कुछ बूंदें मिला दें। 15 से 20 मिनट के लिए गर्म पानी से भरे हुए बाथ टब में लेट जाएं। दिन में दो से तीन बार हॉट बाथ लें। आप मल त्यागने के बाद भी गर्म पानी से सिकाई कर सकते हैं।
नारियल तेल से फिशर के दर्द में काफी आरामा मिलता है। ऐसा इसलिए क्योंकि नारियल तेल त्वचा में आसानी से चला जाता है। तेल के त्वचा में जाने से घाव वाली जगह में चिकनई पहुंचती है और फिशर में आराम मिलता है। आपको गुदा को दबाने वाले हिस्से पर नारियल तेल लगाना है। अगर दर्द काफी दिनों से है तो दिन में कई बार नारियल तेल लगाएं।
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One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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