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Stretches for knee pain: कहते हैं उम्र बढ़ने के साथ-साथ जोड़ों में दर्द की समस्या भी बढ़ने लगती है और कुछ समय बाद स्थिति तो ऐसी हो जाती है कि पीड़ित व्यक्ति चलने फिरने में भी असमर्थ हो जाता है, लेकिन आजकल की जीवनशैली में जोड़ों में दर्द की समस्या केवल बुजुर्गों तक ही सीमित नहीं है बल्कि बच्चे और कॉलेज व ऑफिस गोइंग लोग भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं। इस समस्या से निपटने के लिए लोग कई तरह की दवाइयों का सेवन करते हैं और घुटनों के स्पेशलिस्ट से भी दिखाते हैं जिससे यह दर्द कुछ समय के लिए दब जाता है लेकिन हमेशा के लिए खत्म नहीं हो पाता है।
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Joint pain exercise: आजकल बच्चा बच्चा भी एक्सरसाइज करना पसंद करता है। कुछ लोग रोजाना सुबह उठकर योग और जिम की मदद से कई तरह के एक्सरसाइज करते हैं जिससे उन्हें घुटनों में दर्द की शिकायत ना रहे लेकिन फिर भी इस समस्या से छुटकारा नहीं मिल पाता है। इसके पीछे कारण यह हो सकता है कि आप सही एक्सरसाइज नहीं चुन रहे हैं। अगर आप भी घुटनों के दर्द से परेशान हैं और एक्सरसाइज करने के बाद भी परेशानी साथ नहीं छोड़ रही है तो नीचे कुछ ऐसे योग और एक्सरसाइज बताए गए हैं जिससे जोड़ो में दर्द गठिया, अर्थराइटिस और जोड़ों में सूजन की समस्या हमेशा हमेशा के लिए गायब हो जाएगी।
धनुरासन एक ऐसा आसन है जो ना केवल घुटनों के दर्द को खत्म करता है बल्कि इससे पीठ दर्द तनाव और मांसपेशियों की खिंचाव भी दूर होती है। इतना ही नहीं ये बंद नसों को भी खोलता है जिससे शरीर में फुर्ती बन जाती है।
विधि- धनुरासन करने के लिए पहले पेट के बल सीधे लेट जाएं उसके बाद शरीर के अगले हिस्से को थोड़ा थोड़ा ऊपर उठाएं और पीछे से दोनों पैरों को ऊपर उठाएं और अपने आगे वाले दोनों हाथों से पीछे वाले पैरों के पंजों को पकड़ें, गर्दन को भी जितना हो सके ऊपर की ओर खींचे और धनुष का आकार ले लें। नियमित रूप से इस योग को करने से शरीर में दर्द से जुड़ी सारी परेशानियां दूर होती है
नियमित रूप से सेतुबंध आसन करने से मांसपेशियों को मजबूती मिलती है इससे जोड़ों में दर्द, गिरीश खत्म होना, जोड़ों में सूजन और उसने बैठने में होने वाली परेशानी दूर होती है। इस आसन को करने से तनाव भी काफी हद तक कम हो जाता है
विधि- सेतुबंध आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल सीधा लेट जाएं उसके बाद शरीर के बीच वाले भाग को ऊपर उठाने की कोशिश करें घुटनों को मोड़कर ही रखें जब शरीर का बीच वाला भाग ऊपर उठ जाए तो अपने दोनों हाथों से पैरों की एड़ियों को टच करें
त्रिकोणासन को आमतौर पर घुटनों व टखनों के दर्द को दूर करने के लिए ही जाना जाता है रोजाना इस आसन को करने से कमर दर्द और साइटिका की परेशानी भी दूर होती है। इसके अलावा जो लोग ऑफिस में घंटों बैठकर काम करते हैं उनके कमर में दर्द होने से भी बचाता है।
विधि- इस योग को करने के लिए एक चटाई पर सीधे खड़े हो जाएं और शरीर के एक भाग को दूसरी साइड झुकाएं और हाथों को पैरों तक ले जाएं, अब दूसरे हाथों से भी ऐसा ही करें। 4 से 5 बार इस योग को करने से शरीर में दर्द की परेशानी दूर होती है।
इस योग को कंधों और घुटनों को मजबूती प्रदान करने के लिए जाना जाता है। रोजाना इस योग को करने से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है जिससे हड्डियों में दर्द की परेशानी नहीं रहती है।
विधि- इस योग को करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाएं और शरीर को सीधा करें। उसके बाद दोनों हाथों से पैरों की दोनों एड़ियों को छूएं। कुछ देर तक इसी अवस्था में बने रहें फिर दोबारा ट्राई करें।
यह बहुत चर्चित आसनों में से एक है इस आसन को करने से घुटने में दर्द की परेशानीपूरी तरह से खत्म हो जाती है। यह अर्थराइटिस और जोड़ों में सूजन के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है।
विधि- कुर्सी हसन करना बेहद आसान होता है आजकल इस योग को स्कूलों में भी सिखाया जाने लगा है इस योग को करने के लिए शरीर को कुर्सी के आकार का बनाना होता है जैसे आप कुर्सी पर बैठते हैं लेकिन पीछे कुर्सी नहीं होती है। ध्यान रहे इस अवस्था में आपको समय नोट करना है अगर आप आज 2 सेकंड तक कुर्सी अवस्था में बने रहे हैं तो कल इस अवधि को 2 सेकंड और आगे बढ़ा लें।
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उजाला सिग्नस हेल्थकेयर ग्रुप के 13 अस्पताल हैं जो कानपुर, रेवाड़ी, काशीपुर, वाराणसी, सोनीपत, पानीपत, कुरक्षेत्र, दिल्ली के नांगलोई, दिल्ली के रामा विहार, कैथल, बहादुरगढ़, करनाल में स्थित हैं। किसी भी प्रकार की बीमारी का इलाज करवाने के लिए आप अपने नज़दीकी उजाला सिग्नस अस्पताल में अपॉइंटमेंट बुक करवा सकते हैं। इसके अलावा, फ़ोन के ज़रिये मुफ्त परामर्श लेने के लिए आप 9146691466 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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