बवासीर या पाइल्स (piles) एक ऐसी बीमारी है जिसमें मरीज के एनस के अंदर और बाहरी हिस्से में सूजन आ जाती है। इसके अलावा इसमें से कई बार खून निकलने के साथ ही दर्द भी होता है। बता दें, कि शौच के दौरान जोर लगाने पर ये मस्से बाहर आ जाते हैं और मरीज को बैठने में बहुत तकलीफ होती है। ध्यान देने वाली बात यह है कि कई बार शर्मिंदगी की वजह से लोग शुरुआत में piles का जिक्र नहीं करते और यह समस्या बाद में बढ़ जाती है।
बवासीर (piles) यानि पाइल्स होने के कारण
बवासीर एक ऐसी बीमारी है जो किसी भी उम्र के लोगों को अपना शिकार बना सकती है। वहीं, बवासीर होने के कई कारण माने जाते हैं जिनमें मुख्य तौर पर कब्ज़, पाचन संबंधी दिक्कतें, गैस की समस्या और मोटापा की समस्या शामिल है। इसके अलावा, जो लोग काफी देर तक खड़े होकर काम करते हैं, उन्हें भी बवासीर की समस्या हो जाती है। ध्यान देने वाली बात यह है कि यदि परिवार में किसी को बवासीर (Piles ) की समस्या है, तो आपको इसे होने का खतरा बढ़ जाता है।
ऐसे में आइये जानते हैं बवासीर या पाइल्स से जुड़े कुछ ऐसे प्रश्नों के उत्तर, जिनको मरीजों के द्वारा अक्सर पूछा जाता हैं-
1. बवासीर की क्या पहचान है?
बवासीर या पाइल्स की समस्या एक गंभीर समस्या है। वहीं, अगर यह समस्या किसी भी व्यक्ति को हो जाये तो कई लक्षण दिखाई देते हैं जैसे - मल त्याग करते वक्त तेज चमकदार रक्त का आना या म्यूकस का आना, एनस के आसपास सूजन या गांठ सी महसूस होना, एनस के आसपास खुजली का होना और शौच के बाद भी भी ऐसा लगते रहना जैसे पेट साफ न हुआ हो।
2. क्या बवासीर से कैंसर हो सकता है?
मल में खून आना भी कैंसर की ओर इशारा करता है। हालांकि, मल में खून आने की समस्या अल्सर, बवासीर या इंफेक्शन होने पर भी हो सकती है।
3. खूनी बवासीर कैसे बंद होगी?
मस्सों पर एलोवेरा जेल लगाने से दर्द और खुजली दोनों में राहत मिलता है। वहीं, सेब का सिरका भी बवासीर में काफी हद तक आराम दिलाता है।
4. पाइल्स में क्या क्या परहेज करना चाहिए?
पाइल्स की समस्या से पीड़ित मरीज को खाने-पीने में बहुत अधिक ऑयली और मसालेदार चीजें खाने से बचना चाहिए। इसके अलावा, पाइल्स के मरीज को बहुत अधिक फास्ट फूड भी नहीं खाना चाहिए। पाइल्स या बवासीर के मरीज को राजमा और दूसरी दालें जैसे मसूर आदि खाने से भी बचना चाहिए।
5. बवासीर में क्या खाएं और क्या न खाएं?
बवासीर के मरीजों को बहुत अधिक ऑयली और मसालेदार खाने से बचना चाहिए। वहीं, खूब फल खाएं, हर्बल टी पीएं, केला खाएं, खूब पानी पीएं, हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं और फलों का सेवन करें।
6. पाइल्स का टेस्ट कैसे होता है?
अगर किसी व्यक्ति को पाइल्स हो जाए, तो इसकी जाँच डॉक्टर एक प्रोक्टोस्कोप के द्वारा करतें है, जोकि एक छोटी सी मशीन होती है।
7. बवासीर में दर्द क्यों होता है?
मलाशय (रेक्टम) और गुदा (एनस) वाले हिस्से में रक्त वाहिकाएं को हेमरॉइड्स कहते हैं। वहीं, जब इन रक्त वाहिकाओं में सूजन आ जाती है, तो उसे बवासीर कहा जाता है। इसमें गुदा के अंदर और बाहरी भाग की रक्त वाहिकाओं में सूजन आने के अलावा कुछ मस्सा जैसा बनने लगता है, जिसमें मूवमेंट करने पर दर्द होता है और कई बार खून (Blood) भी निकलता है।
8. बवासीर में तुरंत आराम के लिए क्या करें?
बवासीर में तुरंत आराम दिलाने में एलोवेरा, सेब का सिरका, जैतून का तेल, मट्ठा और अजवायन बहुत उपयोगी है।
9. मुझे बवासीर है मैं क्या करूं?
सेब के सिरका (Apple Cider Vinegar) की मदद से आप पाइल्स (Piles) का इलाज कर सकते हैं। दरअसल सेब के सिरका में इंफेक्शन को नहीं बढ़ने देने का गुण पाया जाता है। इसके सेवन से रेक्टल एरिया में इंफेक्शन नहीं बढ़ पाता है और ये दर्द कम करने में भी मदद करता है। इसके अलावा इसके सेवन से जलन में भी राहत मिलती है।
10. बवासीर कितने प्रकार की होती है?
अगर किसी व्यक्ति को बवासीर की समस्या होती है, तो उसे दो प्रकार की होती है –
1. खूनी बवासीर
2. बादी बवासीर
खूनी बवासीर में मस्से खूनी सुर्ख होते हैं और उनसे खून गिरता है जबकि बादी बवासीर में मस्से काले रंग के होते है और मस्सों में खाज पीड़ा और सूजन होती है।
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