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(numbness in legs) हाथ पैरों में झुनझुनी होना कोई बड़ी बात नहीं है, अक्सर जब हम एक ही अवस्था में ज्यादा देर तक बैठे रह जाते हैं तब हाथ पैरों में झनझनाहट महसूस होती है। जिन लोगों को यह समस्या ज्यादा होती है उन्हें लगता है कि यह किसी बीमारी का संदेश है ऐसा हो भी सकता है। कुछ देर एक ही अवस्था में बैठे रहने के बाद हम यह महसूस करते हैं कि हमारे हाथ, पैर सुन्न हो गए हैं और इन्हें हिलाने-डुलाने में तकलीफ महसूस हो रही है। अगर आपके साथ यह समस्या बार-बार हो रही है तो यह स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है इस स्थिति में जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें। (kidney failure symptoms)
शरीर में होने वाली छोटी से छोटी समस्या किसी ना किसी कारण ही पैदा होती है, वैसे ही शरीर में झुनझुनी होने के पीछे कई कारण हैं। कई बार शरीर, हाथ, पैरों में झुनझुनी अंदरूनी चोट के कारण होती है तो कई बार कुछ बीमारियां भी इसका कारण होती हैं। तो चलिए जानते हैं हाथ पैरों में झनझनाहट के कारण क्या है। (numbness in hands and feet)
शरीर में विटामिन की कमी के कारण भी हाथ, पैरों में झनझनाहट हो सकती है। विटामिन की कमी की वजह से शरीर को काम करने के लिए उचित पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं जिसकी वजह से शरीर की नसें कमजोर होने लगती हैं और यह हमें झनझनाहट के रूप में महसूस होता है। खासतौर पर जब शरीर में विटामिन बी 6 की कमी हो जाती है तो हाथ, पैर व पूरी बॉडी सुन्न पड़ने लग जाती है।
हाथ पैर में झुनझुनी आना नसों में दबाव की वजह से भी हो सकता है, कई बार गलत तरीके से उठने-बैठने की वजह से कमर और गर्दन की नस दब जाती है जिसकी वजह से पैरों में झनझनाहट होती है, साथ ही गर्दन वह शरीर सुन्न पड़ने लग जाता है। इसके अलावा जब रीढ़ की हड्डी खराब होने लगती है तो उसके आसपास की नसों पर दबाव बनने लगता है जिसकी वजह से व्यक्ति में सर्वाइकल शुरू हो जाता है और सर्वाइकल की वजह से ही पूरे शरीर में झुनझुनी महसूस होती है।
कभी-कभार हाथ पैरों में झुनझुनी आना आम हो सकता है। हाथ पैरों में झुनझुनी की ज्यादातर शिकायत एक ही अवस्था में बैठे रहने की वजह से आती है। जब हम कहीं सुविधाजनक तरीके से नहीं बैठते हैं और उसी अवस्था में ज्यादा देर तक बैठना पड़ जाए तो इससे हाथ, पैरों में झनझनाहट पैदा होने लगती है यह भी पैरों में झनझनाहट होने का कारण है। अक्सर लोग इसे किसी बीमारी से जोड़ने लगते हैं लेकिन ऐसा नहीं है अगर आपको यह समस्या दिन में 4 या 5 बार होती है या आपको ऐसा लगता है कि आपके हाथ, पैर व शरीर बार-बार सुन्न पड़ रहा है तो इस स्थिति में बिना देरी के जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
शरीर में रक्त संचार की कमी हो जाने की वजह से भी हाथ, पैरों में झुनझुनी पैदा होती है। जब शरीर में रक्त संचार नहीं होता है या रुकावट पैदा होती है तो यह नसों पर बुरा असर डालता है जिससे शरीर के कई अंगों में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता और बॉडी सुन्न पड़ने लग जाती है।
जिन लोगों का टाइपिंग से जुड़ा काम होता है उनके भी हाथ, पैरों में झुनझुनी पैदा होती है। लगातार एक ही स्थिति में बैठकर उंगलियों से टाइप करने की वजह से नसों में खिंचाव पैदा होता है और यह झुनझुनी के रूप में महसूस होता है।
अगर हाथ पैरों में झनझनाहट कभी कभार हो तो यह चिंता का विषय नहीं है लेकिन अगर यह समस्या बार-बार होने लगे तो समझ जाएं कि आपके शरीर में कोई गंभीर बीमारी पैदा हो रही है। तो चलिए जानते हैं हाथ पैरों में कमजोरी झुनझुनी का एहसास होना किस बीमारी के लक्षण हैं और इस स्थिति में कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
हाथ, पैरों में झनझनाहट के कारण किडनी से संबंधित बीमारी भी हो सकती है। अगर कोई व्यक्ति किडनी से संबंधित बीमारी से जूझ रहा है या उसके शरीर में किडनी से जुड़ी कोई बीमारी पैदा हो रही है तो उसका प्रभाव सीधे प्नसों पर पड़ता है जिसकी वजह से नसें कमजोर होने लगती हैं। इसके अलावा किडनी खराब होने पर शरीर में कुछ द्रव पदार्थ जमा होने लग जाता है जो नसों पर बुरा प्रभाव डालता है और झनझनाहट पैदा करने लग जाता है।
शरीर में झुनझुनी होना डायबिटीज के लक्षण भी हो सकते हैं। शायद आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन यह सच है कि मधुमेह के रोगियों के शरीर में रक्त शर्करा और इंसुलिन बढ़ने लग जाता है जिसका प्रभाव नसों पर पड़ता है। अगर आप डायबिटीज के रोगी हैं तो आप अक्सर अपने शरीर में वह हाथ, पैरों में झनझनाहट महसूस करेंगे ऐसी स्थिति में हर महीने डॉक्टर से शुगर जांच जरूर करवानी चाहिए, जिससे आपको अपने शुगर लेवल का पता हो और आप इसे कंट्रोल कर सके क्योंकि शुगर कंट्रोल ना होने की वजह से शरीर में और भी कई गंभीर बीमारियां पैदा हो जाती हैं जिस पर ध्यान ना देने से पीड़ित व्यक्ति की जान भी जा सकती है।
कुछ ऐसे रोग जैसे गठिया, सिलियक रोग, मल्टीपल, ल्युपस और स्केलेरोसिस की वजह से भी हाथ, पैर और शरीर में झनझनाहट हो सकती है।
शरीर में झुनझुनी होना कार्पल टनल सिंड्रोम के भी लक्षण हो सकते हैं। अगर आपके हाथ, पैर व शरीर में लंबे समय तक झनझनाहट रहती है और बॉडी सुन्न पड़ जाती है तो समझ जाएं कि ये कार्पल टनल सिंड्रोम के लक्षण हैं इस स्थिति में जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
कई बार गर्भवती महिलाओं के पैरों में भी झनझनाहट महसूस होती है ऐसा उन महिलाओं के साथ होता है जिनके पैर के तलवे सपाट होते हैं। अगर आप गर्भवती हैं और आपके साथ इस तरह की परेशानी हो रही है तो टेंशन की कोई बात नहीं है कभी-कभी यह समस्या होना आम होता है।
हाथ, पैर, कलाई और शरीर में झनझनाहट होने के कई और कारण भी हैं जैसे- शराब का अधिक सेवन करना, झटके से उठना बैठना, विषाक्त पदार्थों का सेवन करना, और हाइपोथायरायडिज्म आदि।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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