
क्या है कोरोनरी धमनी रोग? जानें कारण लक्षण और इलाज
By Kripal Negi
Reviewed by : Jalaz Jain
April 1, 2023
Coronary artery disease: कोरोनरी धमनी रोग जिसे आमतौर पर सीएडी कहते हैं ये एक प्रकार का हृदय रोग है। इस रोग में हृदय की धमनियों के भीतर एक प्लेक सा पदार्थ जमने लगता है जिसकी वजह से ये धमनियां सिकुड़ने लगती हैं और फिर हृदय तक खून का पहुंचना बंद हो जाता है। इतना ही नहीं अगर इस रोग पर ध्यान ना दिया जाए तो धीरे – धीरे यह प्लेक धमनियों के आधे हिस्से तक अपनी जगह बना लेता है।
कोरोनरी धमनी रोग क्या है?
कोरोनरी धमनी रोग ऐसी बीमारी है जिसमें दिल को काम करने के लिए पर्याप्त मात्रा में खून नहीं मिल पाता है। इस बीमारी में ह्रदय तक खून पहुंचाने वाली धमनी ब्लॉक हो जाती है औऱ उसके आसपास एक प्रकार का प्लेक जमने लगता है। वैसे इस बीमारी का इलाज संभव है, लेकिन अगर इस पर ध्यान ना दिया जाए तो मौत का भी कारण बन सकता है।
कोरोनरी धमनी रोग के कारण (Coronary artery disease causes)
Coronary artery disease symptoms: कोरोनरी धमनी रोग दिल को पूरी तरह से खराब कर देता है और ये काम करना बंद कर देता है, इस बीमारी के कई कारण हैं जैसे-
1.अनुवांशिकता
दिल औऱ किडनी से संबंधित ज्यादातर बीमारियां फैमली हिस्ट्री के कारण होती हैं। अगर आपके घर में किसी को कोरोनरी धमनी रोग है तो आपको भी ये बीमारी आसानी से हो सकती है। इसलिए अगर आपके घर में किसी को ये रोग है तो आप भी अपना हेल्थ चेकप करवा लें जिससे आगे चलकर कोई परेशानी ना हो।
2. अनहेल्थी डाइट
खानपान का हमारे स्वास्थ्य पर काफी असर पड़ता है, अगर हमारा खानपान संतुलित नहीं है तो बीमारियां खुद ही शरीर में जगह बना लेती हैं। इसलिए हेल्दी डाइट लेना बहुत ज़रूरी है।
3. धूम्रपान करना
धूम्रपान करना भी कोरोनरी धमनी रोग होने का एक बड़ा कारण है, इसलिए जितनी जल्दी हो सके अपने धूम्रपान की आदतों को अलविदा कहना चाहिए औऱ हेल्थ चेकप करवाना चाहिए।
4. डायबिटीज
कोरोनरी आर्टरी डिजीज डायबिटीज के रोगियों को बोहद जल्दी हो जाता है। इसलिए जिन लोगों को डायबिटीज रोग होता है वो अपनी सेहत का खास ध्यान रखते हैं जिससे कोई अन्य बीमारी उन्हे छू ना सके।
5.तनाव लेना
जो लोग अधिक तनाव लेते हैं या टेंशन में रहते हैं उन्हे भी कोरोनरी धमनी रोग हो सकता है। हम आपको ये भी बता दें कि दिल से जुड़ी ज्यादातर बीमारियां तनाव व टेंशन के कारण होती हैं।
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कोरोनरी धमनी रोग के लक्षण
सभी बीमारियों के कोई ना कोई लक्षण ज़रूर होते हैं, ऐसे में कोरोनरी धमनी रोग के भी कई लक्षण हैं, अगर इनपर ध्यान दिया जाए तो इस बीमारी से आसानी से ऊभरा जा सकता है।
1.कंधों में दर्द होना
डॉक्टर्स का कहना है कि कुछ लोगों में कोरोनरी आर्टरी डिजीज कंधे में दर्द से शुरू होता है, इस दौरान पीड़ित व्यक्ति के कंधे में असहनिय दर्द होता है।
2.सीने में दर्द
सीने में दर्द होना इस बीमारी के सबसे आम लक्षणों में से एक है। कोरोनरी धमनी रोग में पीड़ित व्यक्ति हमेशा सीने में दर्द की शिकायत करता रहता है। आमतौर पर लोग इस लक्षण को नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन इसे इग्नोर करना एनजाइना का कारण भी बन सकता है।
3.सांस फूलना
कोरोनरी धमनी रोग में पीड़ित व्यक्ति की सांस फूलती रहती है, थोड़ा सा भी काम करने पर या सीढ़ियां चढ़ने पर पीड़ित व्यक्ति को थकान हो जाती है। अगर ये दिक्कत हमेशा होती है तो ये गंभीर बीमारी का संकेत है।
5.कमजोरी महसूस होना
कोरोनरी धमनी रोग के कारण पीड़ित व्यक्ति हमेशा कमजोरी महसूस करता है, जो लोग पूरे दिन काम करते हैं उनके लिए थकान होना आम बात है लेकिन कुछ लोगों को बिना किसी काम के ही थकान महसूस होती है औऱ पसीना आने लगता है।
कोरोनरी धमनी रोग का इलाज (Coronary artery disease treatment)
कुछ लोगों का मानना है कि कोरोनरी धमनी रोग एक लाइलाज बीमारी है, लेकिन ऐसा नहीं है, कुछ सर्जरी से इस बीमारी को आसानी से ठीक किया जा सकता है, इसके अलावा अगर आपको शुरूआती दौर की बीमारी है तो ये कुछ दवाइयों की मदद से भी ठीक हो सकती है।
1.ई.सी.जी कराना
कोरोनरी धमनी रोग का इलाज ई.सी.जी से भी किया जा सकता है, ई.सी.जी की मदद से डॉक्टर्स ये पता लगाने की कोशिश करते हैं कि पीड़ित शख्स के दिल की धड़कन ठीक ढंग से चल रही है या नहीं।
2.दवाई लेना
कोरोनरी धमनी रोग के शुरूआती दौर में इस बीमारी को कुछ दवाइयों की मदद से भी ठीक किया जा सकता है, इस स्थिति में डॉक्टर्स कुछ ऐसी दवाइय़ां देते हैं जिससे ये रोग शरीर के अन्य भाग में ना फैले।
3.सी.टी स्कैन
कोरोनरी धमनी रोग में अगर किसी भी तरह की बीमारी या परेशानी है तो इसका इलाज सी.टी स्कैन की मदद से भी किया जा सकता है। स्कैन से ये पता लग जाता है कि शरीर में कहां औऱ किस तरह की परेशानी है, ऐसे में डॉक्टर उसी बीमारी की दवा देते हैं।
4. बाईपास सर्जरी
इस बीमारी में जब पीड़ित व्यक्ति को किसी भी तरह के इलाज से आराम नहीं मिलता है औऱ परेशानी बढ़ती रहती है तो इस स्थिति में डॉक्टर बाईपास सर्जरी कराने की सलाह देते हैं। इस सर्जरी के बाद पीड़ित व्यक्ति पूरी तरह से स्वस्थ हो जाता है।
5.कोरोनरी एंजियोग्राफी
एंजियोग्राफी भी कोरोनरी आर्टरी डिजीज के लिए एक अच्छा इलाज माना जाता है। एंजियोग्राफी के द्वारा दिल के ब्लड वेसल में हुए ब्लॉकेज को ठीक किया जाता है। जिससे खून का संचालन दोबारा शुरू हो जाए।
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