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मुझे काफी दिनों से पेट में असहनीय दर्द हो रहा था। जब दर्द लंबे समय तक गया नहीं तब जाँच करवाने पर पता चला कि मेरी किडनी में स्टोन है। यह वाक्या जो मैंने आपको बताया है ऐसा हकीकत में कई लोगों के साथ होता है। किडनी में स्टोन है, यह पता चलने पर डॉक्टर स्टोन के साइज के हिसाब से दवाई या ऑपरेशन की सलाह देता है। ऐसे में मरीज़ को किडनी स्टोन डाइट (Kidney stones diet) का पूरा ध्यान रखना चाहिए। तो आइये इस लेख में किडनी स्टोन की डाइट के बारे में जानते हैं।
किडनी स्टोन में क्या खाना चाहिए (What to eat in kidney stone) और क्या नहीं खाना चाहिए (Kidney stones diet) यह जानने से पहले आपको यह बताते हैं कि किडनी स्टोन (What is kidney stone) क्या होता है?
दरअसल, किडनी का काम ब्लड को फिल्टर करना है। इस प्रक्रिया के दौरान सोडियम, कैल्शियम और अन्य दूसरे मिनरल्स छोटे और मरीन कणों के रूप में यूरेटर के ज़रिए ब्लैडर तक पहुंचते हैं, और पेशाब के जरिये शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
लेकिन इन तत्वों की मात्रा खून में बढ़ने से यह किडनी में ही जमा होने लगते हैं और धीरे-धीरे पत्थर के टुकड़े बन जाते हैं। ऐसा होने पर पेशाब के ब्लैडर तक पहुंचने के रास्ते में रूकावट आती है। आइए अब विस्तार में किडनी स्टोन के खान-पान के बारे में जानते हैं।
किडनी स्टोन होने पर ज़्यादा से ज़्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है। लेकिन लोग पानी के साथ कैफीन युक्त कॉफी और चाय के सेवन भी लगातार करते हैं। यह दोनों ही डिहाइड्रेशन की वजह बनते हैं इसलिए किडनी स्टोन होने पर कॉफी चाय पीना बंद कर दें। इसले अलावा फॉस्फोरिक एसिड होने की वजह से कोल्ड ड्रिंक भी स्टोन के खतने को बढ़ाती है। ऐसे में इसका सेवन भी कम से कम करें।
नॉनवेज खाने में प्रोटीन की मात्रा काफी ज़्यादा होती है और किडनी स्टोन होने पर प्रोटीन की मात्रा कम करने को कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि किडनी स्टोन होने पर अगर प्रोटीन ज़्यादा लिया जाए तो पेशाब के ज़रिए ज़रूरत से ज़्यादा कैल्शियम बाहर निकल जाता है।
आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि जिस खाने में प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं उनमें प्यूरिन में मौजूद होता है। यदि किडनी स्टोन होने पर शरीर में अधिक मात्रा में प्यूरिन जाता है तो यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है। इन सबकी वजह से स्टोन का साइज़ भी बढ़ने लगता है।
किडनी स्टोन होने पर कोशिश करें कि नमक का सेवन कम से कम हो।
ऑक्सलेट के सेवन से कैल्शियम यूरिन तक नहीं पहुंच पाता है। आपको बता दें कि टमाटर, साबुत अनाज, चॉक्लेट और पालक में ऑक्सलेट ज़्यादा मात्रा में पाया जाता है। इसी के साथ विटामिन सी भी किडनी स्टोन में नुकसान पहुंचाता है। किडनी में पत्थरी होने पर बैंगन के बीज, टमाटर के बीज, चीकू, कद्दू, उड़द की दाल, आंवला, सोयबीन आदि से भी परेशानी बढ़ सकती है।
ऐसे पद्धार्थ जिसमें फॉस्फोरस अधिक मात्रा में पाया जाता हैं, का सेवन ना करें। इनमें दूध और दूध से बनी चीज़ें,नट्स, चॉकलेट, फास्ट फूड आदि शामिल हैं। किडनी स्टोन होने पर ड्राई फ्रूट्स का सेवन भी कम करना चाहिए।
अगर आपको Kidney stone की समस्या है और Kidney Stones Diet के बारे में जानने चाहते हैं तो 91466-91466 पर डॉक्टर से FREE सलाह लें।
किडनी में अगर स्टोन है तो दिन में कम-से-कम 12 गिलास तो पानी पिएं हीं। पानी की मदद से स्टोन बनाने वाला कैमिकल जल्दी गलता है।
ऐसे खट्टे फल जिनमें सिट्रिक एसिड पाया जाता है, किडनी स्टोन कम करने या उसे रोकनें में मदद करते हैं। सिट्रिक एसिड लेने के लिए आप नींबू, मौसमी-संतरे का जूस या इनका समूचा फल, अंगूर आदि खा सकते हैं।
तुलसी में मौदूज तत्व यूरिक एसिड के स्तर को स्थित करने में मददगार हैं। ऐसा होने पर किडनी में स्टोन बनना मुश्किल हो जाता है। इसी के साथ तुलसी की पत्तियों में ऐसेटिक एसिड भी होता है तो स्टोन को तोड़नें में मददगार होता है। किडनी स्टोन में तुलसी का फायदा उठाने के लिए आप रोजा़ना एक चम्मच तुलसी का रस पी सकते हैं।
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केले में पोटैशियम, विटामिन बी और मैग्नीशियम पाया जाता है। ऐसे में किडनी स्टोन में केला खाना फायदेमंद हो सकता है।
हां, अगर सही समय पर किडनी स्टोन का इलाज ना किया जाए और ध्यान ना दिया जाए तो इसका साइज़ बढ़ सकता है।
जिस साइड आपको स्टोन है आपको उस करवट सोना चाहिए।
कुछ मामलों में किडनी स्टोन अपने आप निकल जाता है लेकिन कुछ किडनी स्टोन के केस ऐसे भी हैं जिन्हें दवाई या सजर्री की मदद से निकाला जाता है।
उजाला सिग्नस अस्पताल में किडनी स्टोन का बेस्ट इलाज किफायती दाम में होता है। मरीज़ को कम से कम तकलीफ में राहत पहुंचाना ही हमारा उद्देश्य रहता है। अगर आप भी किडनी स्टोन की समस्या का सामना कर रहे हैं तो घबराएं नहीं। लक्षण महसूस होने पर 91466-91466 पर हमारे डॉक्टर से मुफ्त में सलाह लें या अपने नज़दीकी उजाला सिग्नस अस्पताल में जाकर इलाज करवाएं। आपके क्षेत्र के पास कौन सा अस्पताल मौजूद है यह भी आप 91466-91466 पर मुफ्त में जान सकते हैं।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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