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देश में कोविड-19 के कम मामलों की वजह से कई राज्यों ने कोविड-19 पर प्रतिबंध (Covid-19 Restrictions) लगभग खत्म कर दिए हैं। वहीं, देश के कुछ-कुछ शहरों में मास्क पहनने की अनिवार्यता भी खत्म कर दी गई है। ध्यान देने वाली बात यह है कि कोरोना महामारी को आए हुए 2 साल से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन समय के साथ इसके नए-नए वेरिएंट (new covid symptoms) लोगों की जिंदगियों के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं।
वहीं, अब इन दिनों कोरोना वायरस का नया वेरिएंट XE (New Strain of Covid-19 XE) सुर्खियों में है। Covid-19 के इस वेरिएंट को लेकर विश्वभर में हाहाकार मचा हुआ है। वेरिएंट XE को ज्यादा रफ्तार से फैलने वाला बताया जा रहा है। ऐसे में आइए जानते हैं नए वेरिएंट XE के लक्षण एवं बचाव के उपाय-
कोरोना का XE वेरिएंट, ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BA.1 और BA.2 के कॉम्बिनेशन से बना है, मतलब ये ‘रिकॉम्बिनेंट’ या हाइब्रिड वेरिएंट है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रिकॉम्बिनेंट वायरस दो पहले से मौजूद वेरिएंट के कॉम्बिनेशन यानी मिलकर बनते हैं। ऐसा वायरस में लगातार हो रहे म्यूटेशन यानी परिवर्तन की वजह से होता है। यानी एक ही व्यक्ति के एक ही समय पर दो कोरोना वेरिएंट से संक्रमित होने से उसके शरीर में इन दोनों वेरिएंट के जेनेटिक मैटीरियल मिल जाते हैं, जिससे बनने वाले वेरिएंट को ‘रिकॉम्बिनेंट’ कहते हैं। ध्यान देने वाली बात है कि रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट (Recombinant Variants) नया नहीं है, इससे पहले भी डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variants) के रिकॉम्बिनेंट के मामले सामने देखे जा चुके हैं।
XE वेरिएंट का पहला मामला 19 जनवरी को ब्रिटेन में मिला था। अब इसके मामले विश्व भर में मिल चुके हैं। WHO के मुताबिक, XE वेरिएंट ओमिक्रॉन के सबसे संक्रामक माने जा रहे ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BA.2 से भी 10% ज्यादा संक्रामक है। वहीं, XE वेरिएंट की गंभीरता और इस पर वैक्सीन के प्रभाव को लेकर अभी और अध्ययन की जानी बाकी है।
XE ओमिक्रॉन के ही दो सब-वेरिएंट के म्यूटेशन से बना है, ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि देश में XE वेरिएंट के मामले पहले ही मौजूद हों, लेकिन अभी उनकी पहचान होना बाकी हो। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, भारत को XE वेरिएंट से ज्यादा खतरा नहीं है, क्योंकि ये ओमिक्रॉन से जुड़ा सब-वेरिएंट है, जिसकी लहर अभी हाल ही में देश से गुजरी है।
जहां कई लोगों पर कोरोना वायरस का हल्का प्रभाव पड़ता है। वहीं, कुछ लोगों पर इसका गंभीर प्रभाव देखने मिलता है। कोरोना के नए वेरिएंट XE (new covid symptoms) के कुछ खास लक्षण सामने आए हैं-
कोविड-19 से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए 91466-91466 पर कॉल करें और पाएं डॉक्टर से FREE सलाह।
हेल्थ के विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना (Corona) के बढ़ते खतरे के मद्देनजर लोगों को स्वयं बचाव के उपायों का पालन करते रहना चाहिए। यह कोविड-19 से बचाव के प्रभावी उपाय हो सकते हैं। ऐसा करके संक्रमण को बढ़ने से रोकने में भी मदद कर सकते हैं-
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मौजूदा वक़्त में COVID-19 के टीके के रूप में इन वैक्सीन का उपयोग किया जा रहा है-
कोविड-19 से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए 91466-91466 पर कॉल करें और पाएं डॉक्टर से FREE सलाह। आप अपने नज़दीकी उजाला सिग्नस अस्पताल में अपना बेहतर और किफायती इलाज भी करवा सकते हैं। हमारे अस्पताल कानपुर, रेवाड़ी, काशीपुर, वाराणसी, सोनीपत, पानीपत, कुरुक्षेत्र, दिल्ली में नांगलोई और रामा विहार, कैथल, बहादुरगढ़, करनाल, मुरादाबाद, हल्द्वानी और आगरा में मौजूद हैं।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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