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Corona vaccine update: देश और दुनिया में लगातार कोरोना वायरस का कहर लोगों की जान ले रहा है, लंबे समय के इंतजार के बाद अब देश में 2 कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई है। जिसके बाद लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही वैक्सीनेशन (Corona vaccine date) शुरू हो जाएगा औऱ देश इस कोरोना के कहर से बच जाएगा। लेकिन अभी भी तमाम लोग ऐसे हैं जिनके दिमाग में कोरोना वैक्सीन (corona vaccine queries) को लेकर हजारों सवाल हैं। अगर आप भी इनमें से एक हैं तो इस एक लेख में हम आपको वैक्सीन को लेकर उठने वाले सभी सवालों के जवाब देंगे, तो इस आर्टिकल को अंत तक ज़रूर पढ़ें।
कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने टीकाकरण के लिए कुछ समूह (corona vaccine age group) बना दिए हैं, जिसमें ज्यादा जोखिम वाले लोगों को पहले टीका लगाया जाएगा। दूसरे समूह में उम्रदराज लोगों को टीका लगाया जाएगा, क्योंकि उम्रदराज लोगों का इम्यून सिस्टम खराब होता है जिसके कारण उन्हे कोरोना जल्दी हो सकता है। और इस तरह से समूह को ध्यान में रखते हुए टीके लगाए जाएंगे।
नहीं…कोरोना वैक्सीन स्वैच्छिक है, लेकिन सभी को सुरक्षा के नजरिये से वैक्सीन लगवाने की सलाह दी जाएगी, जिससे पारिवारिक सदस्य, दोस्त, रिश्तेदार और गरीब लोगों में बीमारी फैलने से बच जाए।
हां… जो व्यक्ति कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हो चुका है उसे भी वैक्सीन लगवाना है, जिससे वायरस मजबूत ना हो और हमारा शरीर वायरस से लड़ने के लिए मजबूत बन सके। इस टीके से बेहतर रोग प्रतिरोधी क्षमता पैदा होगी।
वैक्सीन को पूरी तरह से जांच कर ही मार्केट में लाया गया है। ये वैक्सीनेशन के लिए सुरक्षित (is covid vaccine safe) साबित हुई है। लेकिन अन्य वैक्सीन को लेकर खबर ये आई है कि टीका लगने के बाद हल्के बुखार, दर्द जैसे साइड इफेक्ट हो सकते हैं, अगर आपके साथ ऐसा होता है तो इस परिस्थिति से निपटने के लिए जहां टीका लगवाया है वहां जाकर सूचित करें।
दरअसल ,टीकाकरण के लिए समूह बनाए गए हैं, शुरूआती चरण में ज्यादा जोखिम वाले लोग आते हैं फिर 50 से ज्यादा उम्र वालों का टीकाकरण होगा, इसके अलावा टीकाकरण के लिए चुने गए व्यक्तियों को उनका मोबाइल नंबर रजिस्टर करवाया जाएगा और इसके तहत जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा टीकाकरण कहां कौन सी जगह होगा ये भी मैसेज के जरिय पता लग जाएगा।
नहीं, कोरोना वैक्सीन को लेने के लिए पंजीकरण (corona vaccine registration) करवाना ज़रूरी है। पंजीकरण के बाद ही टीकाकरण का स्थान और वैक्सीनेशन व समय पता लग सकेगा।
बता दें कि इस बारे में अभी तक कोई खास जानकारी नहीं मिली है। भारत में जिन वैक्सीन के ट्रायल्स हुए हैं, उनमें बच्चों को ट्रायल्स में शामिल नहीं किया गया है। इसलिए अभी तक इस बात का पता नहीं लगा है कि बच्चों को अगर वैक्सीन (corona vaccine for kids) लगाया जाता है तो उनपर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। इसके अलावा स्तनपान कराने वाली महिलाएं और गर्भवती महिलाओं को भी टीकाकरण से बाहर रखा गया है।
वैसे तो ये वैक्सीन सभी को लगवानी है लेकिन विदेशों में कुछ लोगों को वैक्सीनेशन से बाहर रखा गया है उनमें हेल्थ कंडीशंस और उम्र को फैक्टर बताया गया है। कई लोगों में वैक्सीन लगने के बाद फेफड़ों में इनफेक्शन सामने आय़ा है।
कोरोना वैक्सीन लगने के बाद (corona vaccine side effects) शरीर में कुछ सामान्य बदलाव दिखते हैं लेकिन ये 24 घंटों के भीतर ठीक भी हो जाते हैं। जैसे कुछ लोगों को थकावट, सिरदर्द, सूजन आदि महसूस हो सकती है। ट्रायल के दौरान भी ये बदलाव देखे गए थे लेकिन ये 24 घंटों के भीतर ठीक हो गए।
नहीं, अगर आप कोरोना से संक्रमित हैं तो किसी भी टीकाकरण वाले स्थान पर जाने से बचें क्योंकि इससे दूसरों में संक्रमण फैल सकता है। ऐसे में संक्रमित होने के 14 दिन बाद ही टीका लगवाएं।
उजाला सिग्नस हेल्थकेयर ग्रुप के 13 अस्पताल हैं जो रेवाड़ी, सोनीपत, पानीपत, कुरक्षेत्र, कैथल, बहादुरगढ़, करनाल, कानपुर, वाराणसी, काशीपुर, दिल्ली के नांगलोई, दिल्ली के रामा विहार में स्थित हैं। किसी भी प्रकार की बीमारी का इलाज करवाने के लिए आप अपने नज़दीकी उजाला सिग्नस अस्पताल में अपॉइंटमेंट बुक करवा सकते हैं। इसके अलावा, फ़ोन के ज़रिये मुफ्त परामर्श लेने के लिए आप 9146691466 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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