16 मई 2022, मुरादाबाद: मुरादाबाद के उजाला सिग्नस ब्राइटस्टार हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने एक बहुत ही मुश्किल सर्जरी में दाहिने हाथ में गंभीर चोट से पीड़ित 14 वर्षीय बच्चे के हाथ को फिर से काम करने लायक बनाया। आर्टरी और नर्व डैमेज होने के कारण हाथ में हरकत नहीं हो रही थी। प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट के प्रमुख डॉ अनिल राजपूत और उनकी डॉक्टरों की टीम ने हॉस्पिटल में आने पर तुरंत मरीज की जांच की और पाया कि बच्चा रीडायल आर्टरी इंजरी से पीड़ित था। कई टेंडन्स के अलावा अन्य स्ट्रक्चर जैसे मीडिएन नर्व के साथ एक बड़ी आर्टरी कट गयी थी इससे उंगलियों को हिलाने में मदद नहीं मिल रही थी। यह एक मेडिकल इमरजेंसी थी। हाथ को फिर काम करने के लायक बनाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने की जरुरत थी।
पीड़ित मुरादाबाद का रहने वाल मोहम्मद ज़ुहैब था। मोहम्मद जुहैब को 15 अप्रैल की आधी रात को दाहिने हाथ में चोट लगने के बाद हॉस्पिटल में लाया गया था। हाथ की बुरी स्थिति को देखते हुए यह समझना मुश्किल था कि वह बच पायेगा कि नहीं। लड़के को इमरजेंसी में भर्ती किया गया और डॉ अनिल राजपूत ने रात के 2.45 AM बजे उसकी जांच की। डायग्नोसिस की प्रक्रिया अच्छे से की गयी। ऑपरेशन की योजना बनायीं गयी और 5 घंटे बाद ऑपरेशन किया गया। इस दौरान पीड़ित को मुंह से कुछ भी खाने या पीने की इजाजत नहीं थी।
डॉ अनिल राजपूत के पास प्लास्टिक और रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी करने का 20 साल का अनुभव है। वह अब तक 12000 से ज्यादा इस तरह की सर्जरी को अंजाम दे चुके हैं। इस केस के बारे में बात करते हुए डॉ राजपूत ने बताया, “पीड़ित हमारे हॉस्पिटल में बहुत ही दर्दनाक स्थिति में पहुंचा। हमने उसे तुरंत ऑपरेशन थिएटर में पहुंचाया। अगले दिन 9 बजे ऑपरेशन किया गया। सभी कट या डैमेज संरचनाओं की मरम्मत की गई, दाहिनी रेडियल आर्टरी, दाहिनी मीदियेन नर्व और लगभग 10 अलग–अलग फ्लेक्सर टेंडन की मरम्मत की गयी। ये सभी हाथों के हिलाने में मददगार होते हैं। सर्जरी के तुरंत बाद पीड़ित का हाथ वैस्कुलर हो गया, मतलब पीलापन गुलाबी रंग में बदल गया और ब्लड फ्लो होने से उसका हाथ फिर से काम करने लायक हो पाया।“
समय पर कार्रवाई और तत्काल मेडिकल हस्तक्षेप ने लड़के के हाथ को बचाने में मदद की। ऐसे केसेस में हाथ बचने की संभावना कम होती है और डैमेज अंगो को फिर से काम करने लायक बनाना तभी सफल हो सकता है जब मरीज को चोट लगने के 1 घंटे के अन्दर हॉस्पिटल लाया जाए।
उजाला सिग्नस ब्राइटस्टार हॉस्पिटल स्पेशलिस्ट की मल्टी–डिस्प्लीनरी टीम और सुपर स्पेशलिस्ट टीम से लैस है और हॉस्पिटल का इमरजेंसी केयर डिपार्टमेंट क्रिटिकल कंडीशन में 24 घंटे अपनी सुविधाएँ देता है। ऑपरेशन थिएटर में इमरजेंसी सर्जरी के साथ–साथ सभी प्रक्रियाओं को अंजाम देने के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं। इसके अलावा इमरजेंसी और ट्रामा सहायता सुविधाओं को अनुभवी और सक्षम इमरजेंसी केयर इंटेनसिविस्ट, महत्वपूर्ण देखभाल विशेषज्ञो, कार्डियोलॉजिस्ट, वैस्कुलर सर्जन, प्लास्टिक सर्जन, न्यूरोसर्जन, और हड्डी रोग विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा प्रदान किया जाता है
उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स की मैनेजमेंट टीम ने अपने बयान में कहा, “ऐसे मुश्किल केसेस को हल करने में मुरादाबाद का उजाला सिग्नस ब्राइटस्टार हॉस्पिटल पारंगत है। प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट के डॉक्टरों की हमारी कुशल टीम के अलावा हमारे पास अपना इन–हाउस ब्लड बैंक है, इसलिए हम ऐसे केसेस को बेहतर ढंग से संभालने में सक्षम हैं। इसके अलावा हम ट्रॉमा के केसेस को सफलतापूर्वक हल करने में भी सफल रहे हैं क्योंकि हॉस्पिटल में सभी आधुनिक चिकित्सा उपकरण और एक सहज एडमिशन प्रक्रिया है जो हमें अन्य अस्पतालों से बेहतर बनाता है।“
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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