मुरादाबाद, 12th अप्रैल 2022: मुरादाबाद के उजाला सिग्नस ब्राइटस्टार हॉस्पिटल में क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों की एक टीम ने गंभीर रूप से खून की कमी से पीड़ित एक मरीज को नई जिंदगी दी। मरीज़ को बाएं हाथ पर नुकीले कांच से चोट लगी थी और इसलिए मरीज़ को तत्काल डॉक्टरी मदद की ज़रूरत थी। उजाला सिग्नस ब्राइटस्टार हॉस्पिटल के क्रिटिकल केयर के प्रमुख डॉ. जावेद और सर्जन्स ( डॉ. मनिंदर कौर और डॉ. इकरार अली ) और उनकी अत्यधिक कुशल डॉक्टरों की टीम ने तुरंत मरीज़ की जांच की और पाया कि मरीज़ की स्थिति इमरजेंसी थी और कभी भी कुछ भी हो सकता है। मरीज़ में बहुत ज्यादा ख़ून की कमी होने से हृदय को पर्याप्त खून पंप नही हो पा रहा था। मरीज़ का जीसीएस (ग्लासगो कोमा स्केल), ट्रॉमा के कारण बेहोशी की सीमा 9 से कम थी।
मरीज़ का नाम आकाश कुमार है। वह 3 मार्च 2021 को मुरादाबाद से 53.6 किलोमीटर दूर काशीपुर से सुबह 2:50 बजे इमरजेंसी में आए थे। उनके बाएं हाथ मे कांच से चोट लगी थी। इस वजह से उनमें ख़ून की बहुत कमी हो गई थी। उनके वेसेल्स, आर्टरी और नसों में चोट लग गई थी। मरीज़ को बेहोशी की अवस्था से इंट्रावेनस फ्लूड (IV फ्लूड्स) की मदद से होश मे लाया गया था, इंटुबैट किया गया था, और उन्हे मेकेनिकल वेंटिलेशन सपोर्ट पर रखा गया था।
उजाला सिग्नस ब्राइटस्टार हॉस्पिटल, मुरादाबाद के क्रिटिकल केयर हेड डॉ जावेद ने कहा, ” आकाश बहुत खराब हालत में हमारे अस्पताल मे आए। अगर चोट लगने के 1 घंटे के भीतर अस्पताल पहुंच जाते हैं आमतौर पर ऐसे मरीजों के बचने की संभावना ज्यादा होती है। चूंकि मरीज़ ‘गोल्डन आवर’ में नहीं पहुंच पाया था, इसलिए यह काफी गंभीर केस हो गया था। शुरुआती जांच करने के बाद लगभग 04:30 बजे मरीज को सर्जिकल रिपेयर्स के लिए तुरंत ऑपरेशन थिएटर में लाया गया। क्रिटिकल केयर प्रमुख डॉ. जावेद और सर्जन्स ( डॉ. मनिंदर कौर और डॉ. इकरार अली ) और उनकी टीम ने तुरंत उपचार शुरू कर दिया। मरीज को 2 यूनिट प्लाज्मा के साथ 4 यूनिट ब्लड भी दिया गया। मरीज 5 घंटे की प्रक्रिया के बाद ओटी से बाहर आया और उसे अगले दिन तक मैकेनिकल वेंटिलेशन सपोर्ट पर रखा गया। इस बीच 2 यूनिट ख़ून चढ़ाया गया और फ़िर शाम 4 बजे तक बिना किसी समस्या के मरीज़ खतरे के बाहर हो गया।
एनास्टोमोसिस सफलतापूर्वक संरक्षित किया गया जिससे हाथ और बल्ड सर्कुलेशन सही हो पाया। एक दिन में मरीज़ ठीक हो गया और फ़िर डिस्चार्ज कर दिया गया।
उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के सीओओ श्री गौरव आनंद ने इस केस पर प्रकाश डालते हुए कहा, “उजाला सिग्नस ब्राइटस्टार हॉस्पिटल, मुरादाबाद में हम ऐसे गंभीर केसेस मामलों को संभालने मे स्पेशलिस्ट हैं। ईआर में डॉक्टरों की हमारी कुशल टीम इसके लिए तारीफ़ के योग्य है। हम ऐसे केसेस को सक्षम रूप से संभालने में सक्षम हैं क्योंकि हमारे पास एक इन-हाउस ब्लड बैंक है। हमने देखा है कि समय पर अस्पताल न पहुंच पाने के कारण ट्रॉमा के ज्यादातर केसेस खून की कमी से बदतर हो जाते हैं। इन-हाउस ब्लड बैंक तत्काल सर्जरी में सहायता प्रदान करते हैं। हमारे पास सभी आधुनिक डॉक्टरी उपकरण और आसान एडमिशन प्रक्रिया भी है जो हमें ट्रॉमा के केसेस को सफलतापूर्वक संभालने मे अन्य अस्पतालों से बेहतर है।”
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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