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Asthma symptoms in adults । लोगों को कई ऐसी बीमारियां हो जाती हैं जिन्हे कभी भी नज़रअंदाज करने की गलती नहीं करनी चाहिए, इन बीमारियों में अस्थमा (asthma) भी शामिल हैं। अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जो दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। बच्चों से लेकर युवा और यहां तक ही बुजुर्ग भी इस बीमारी से नहीं बच पाए हैं। बता दें कि अस्थमा एक सांस से जुड़ी बीमारी है जिससे पीड़ित व्यक्ति की सांसे फूलने लगती है जिसे स्पिरेटरी इंफ्लामेटरी इंफेक्शन कहा जाता है। अस्थमा रोग आमतौर पर अनुवांशिक या वायु प्रदूषण के कारण से होती है।
अस्थमा एक ऐसी स्थिति होती है जिससे पीड़ित व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है (what is asthma) किसी व्यक्ति के लंग तक हवा ना पहुंच पाने की स्थिति को ही अस्थमा (asthma) कहते हैं। इस दौरान जोर-जोर से सांस लेना, खांसी होना, सांस का फूलना आदि जैसे लक्षण महसूस होते हैं। लेकिन आपको बता दें कि अलग-अलग लोगों पर अस्थमा का असर अलग-अलग तरह से होता है।
अस्थमा के शुरूआती लक्षण (asthma symptoms in hindi) सांस लेने में तकलीफ ही है। लेकिन इसके अलावा सीने में दर्द और खांसी जैसे लक्षण भी अस्थमा होने पर दिखाई देते हैं, फिर भी कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अस्थमा के शिकार तो हैं लेकिन इसे पहचान नहीं पाते जिसकी वजह से बीमारी गंभीर रूप ले लेती है। तो चलिए जानते हैं अस्थमा होने पर पीड़ित व्यक्ति को कौन-कौन से लक्षण महसूस होते हैं-
अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को बलगम वाली या सूखी खांसी होना सबसे आम लक्षण है। अस्थमा के शुरूआती लक्षण (asthma symptoms) ही खांसी या सूखी खांसी होना है।
सीने में जकड़न भी अस्थमा के ही लक्षण हैं। अस्थमा होने पर सीने में जकड़न हर उम्र के मरीज को महसूस (asthma signs and symptoms) होते हैं, इस दौरान सांस लेने में तकलीफ भी होती है और सांस लेते समय घरघराहट की आवाज भी आती है।
अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को ठंडे मौसम में अधिक परेशानी होती है। साथ ही व्यायाम के दौरान उनकी तबियत और अधिक खराब (asthma attack symptoms) होने लगती है।
अस्थमा के रोगियो को सांस लेने में तकलीफ होती है जिसकी वजह से रोगी जोर-जोर से सांस लेते हैं, ऐसे में उन्हे थकान (asthma symptoms) महसूस होती है। इतना ही नहीं कई बार तो स्थिति इतनी खराब हो जाती है और रोगी को उल्टी भी आने लगती है।
अस्थमा के मरीज़ों को अक्सर सांस लेने में तकलीफ होती है और ये दिक्कतें सुबह-सुबह या व्यायाम करते समय ठण्डी हवा के संपर्क में आने से ज्यादा बढ़ जाती हैं। बता दें कि सुबह के समय ही ज्यादातर लोगों को अस्थमा अटैक आता है जो मृत्यु का कारण बनता है।
जब आपको लगे की आपको दमा के लक्षण कई दिनों से महसूस हो रहे हैं और सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो देर ना करें जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से सलाह लें। इसके अलावा अगर अस्थमा के लक्षण 5 दिनों से अधिक दिनों तक रहे हो तो तुरंत परहेज शुरू कर दें (asthma attack symptoms)
अस्थमा सांस से जुड़ी बीमारी है जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। ऐसे में अक्सर लोगों के मन में अस्थमा को लेकर कई तरह के सवाल आते हैं, ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब नीचे दिए गए हैं जो आपको अस्थमा (asthma signs and symptoms) के बारे में जानकारी जुटाने में मदद कर सकती है-
अस्थमा को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर अस्थमा पंप (asthma treatment) और कुछ दवाइयां चलाते हैं। इसके अलावा इनडोर और आउटडोर प्रदूषण से बचकर इसे कंट्रोल किया जा सकता है। ध्यान रहे दमा व अस्थमा होने पर घरेलू उपचार (asthma treatment) के साथ-साथ डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों और नियमों का पालन करना ना भूलें।
हां, अस्थमा के लोगों के लिए फ्लू शॉट (asthma inhalers) सुरक्षित हैं लेकिन ये 6 महीने से अधिक उम्र के अस्थमा रोगियों को ही दिया जाना चाहिए।
रिसर्च के अनुसार शरीर का भार अधिक होने से अस्थमा (asthma causes) होने का खतरा अधिक हो जाता है, लेकिन अभी भी इस अध्ययन को लेकर पर्याप्त जानकारी नहीं है।
हां, ऐसे बहुत से मामले आएं है जिनमें लोगों ने अस्थमा (asthma symptoms in hindi) के कारण अपनी जान गवाई है। लेकिन ऐसे मामले बहुत कम ही सुनने को मिलते हैं। अगर आप अस्थमा से पीड़ित हैं और अपनी दवाइयों का सही से इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप खतरे से बाहर हैं।
हां, पालतू जानवरों के संपर्क में रहने से भी अस्थमा होने का खतरा रहता है। पालतू जानवर की लार, बाल, रूसी और मूत्र से अस्थमा होने की संभावना रहती है।
यदि आप अस्थमा से पीड़ित हैं तो नीचे दिए गए फॉर्म को भरें और हमारे डॉक्टर से सीधा संपर्क करें। इसके अलावा आप 91466-91466 पर कॉल करके भी एक्सपर्ट्स से FREE सलाह ले सकते हैं।
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One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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