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आमतौर पर कैंसर (Cancer) एक जानलेवा बीमारी है। लेकिन अगर शुरुआती स्टेज पर इस बीमारी का पता चल जाए तो इससे राहत पाया जा सकता है। हालांकि कैंसर का इलाज बहुत महंगा है और यह बहुत कम अस्पतालों में उपलब्ध है। ऐसे में आइए आज कैंसर जुड़ें उन सवालों के बारे में जानते हैं जिनके बारे में गूगल पर अक्सर पूछा जाता है (Top Google Trending Questions for Cancer FAQS)। इसके अलावा ये भी जानते हैं कि आमतौर पर कैंसर होता कितने प्रकार का है और इसके कारण एवं बचाव के उपाय क्या होते हैं…
कैंसर कई प्रकार के होते हैं जैसे ब्लड कैंसर, बच्चेदानी का कैंसर, लंग कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, ब्लैडर कैंसर, लिवर कैंसर, बोन कैंसर, पेट का कैंसर, गले का कैंसर, मुंह का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, और अग्नाशय का कैंसर आदि।
धूम्रपान-सिगरेट या बीडी के सेवन से मुंह, गले, फेंफडे, पेट और मूत्राशय का कैंसर होता है। वहीं, तम्बाकू, पान, सुपारी, पान मसालों, एवं गुटकों के सेवन से मुंह, जीभ खाने की नली, पेट, गले, गुर्दे और अग्नाशय (पेनक्रियाज) का कैंसर होता है। इसके अलावा, शराब के सेवन से श्वांस नली, भोजन नली, और तालु में कैंसर होता है। वहीं, कम उम्र में शारीरिक सम्बन्ध और अनेक पुरूषों से शारीरिक सम्बन्ध द्वारा बच्चेदानी के मुंह का कैंसर होता है।
धूम्रपान, तम्बाकू, सुपारी, पान- मसाला, गुटका और शराब आदि का सेवन नहीं करें और पौष्टिक भोजन खायें। वहीं, कीटनाशक एवं रसायन से युक्त फल को धोकर खायें। अधिक तलें, भुने, बार-बार गर्म किए तेल में बने और अधिक नमक में सरंक्षित भोजन न खाएं। इसके अलावा अपना वजन सामान्य रखें। प्रतिदिन कसरत करें। वहीं, साफ-सुथरे, प्रदूषण रहित वातावरण में रहें। शरीर में या स्वास्थ्य में किसी भी असामान्य परिवर्तन को अधिक समय तक न पनपने दें। ऐसा होने पर तुरन्त चिकित्सक से सम्पर्क करें।
किसी भी व्यक्ति के शरीर में कैंसर बीमारी की शुरुआत होती है जब कोशिका के DNA में कोई कमी आ जाती है। ऐसा होने पर कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित होती हैं और बढ़ती रहती हैं। वहीं, बाद में ये कोशिकाएं मिल कर कैंसर (Cancer) बनाती हैं।
किसी भी व्यक्ति को यदि कैंसर हो जाता है, तो उसमें कई लक्षण दिखते हैं। वहीं, इसके शुरुआती लक्षणों में पेट दर्द, खाने के बाद ब्लोटिंग, पेट में सूजन, डकार, पाचन की समस्या और हार्टबर्न हैं। एडवांस स्टोमक कैंसर के लक्षण मल में खून आना, भूख खत्म हो जाना, अचानक से वजन घटना आदि हैं। हालांकि, अग्नाश्य कैंसर के शुरुआती स्टेज में लक्षण ज्यादा स्पष्ट नहीं होते हैं जिससे पहचान करना मुश्किल हो जाता है।
कैंसर एक ऐसी समस्या है, जिसके बारे में यदि शुरुआती स्टेज में पता चल जाए तो छुटकारा पाया जा सकता है। वहीं, कैंसर के 5 स्टेज होते हैं- स्टेज 0, स्टेज 1, स्टेज 2, स्टेज 3 और स्टेज 4। लंग कैंसर के 4 स्टेज को व्यापक स्टेज (एक्सटेंसिव स्टेज) कैंसर भी कहा जा सकता है। वहीं यह शरीर के अलग-अलग हिस्सों में लिम्फ सिस्टम या ब्लडस्ट्रीम (Lymphatic System or Bloodstream) के जरिए से फैलता है।
अभी कैंसर का पता लगाने के लिए अलग-अलग तरह के टेस्ट किए जाते हैं। इनमें सीटी स्कैन, MRI, अल्ट्रासाउंड, लैब टेस्ट और कई तरीके के अलग-अलग टेस्ट शामिल हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ग्रेल कंपनी ने कैंसर का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट तैयार किया है। इस टेस्ट में केवल ब्लड को विश्लेषण कर 50 से भी ज्यादा तरह के Cancer का पता लगाया जा सकता है।
अगर आप कैंसर के लक्षणों का सामना कर रहे हैं तो आज ही 91466-91466 पर कॉल कर हमारे डॉक्टर से मुफ्त में सलाह लें। आपको बता दें कि उजाला सिग्नस अस्पताल में किफायती दामों में बेहतर इलाज किया जाता है।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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