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हर्निया (Hernia) एक आम समस्या है। हालांकि, हर्निया का इलाज (Treatment Of Hernia) सिर्फ ऑपरेशन (Surgery) से ही संभव है। आपने भी कई बार लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि उनका हर्निया का ऑपरेशन (Hernia Surgery) हुआ है। वहीं, हर्निया की समस्या किसी भी व्यक्ति को तब होती है जब पेट में से कोई अंग या मांसपेशी या ऊतक किसी छेद की मदद से बाहर की तरफ आने लगता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि कई बार लोग हर्निया के कारण (Causes Of Hernia) और लक्षणों को जानने और समझने में काफी देर कर देते हैं।
वहीं, पेट में हर्निया (Hernia) होना सबसे आम है, मगर यह जांघ के ऊपरी हिस्से, पेट के बीच में और ग्रोइन हिस्सों (पेट और जांघ के बीच का भाग) में भी हो सकता है। Hernia की समस्या पुरुष या महिला, किसी को भी हो सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि हर्निया के लक्षण (Symptoms Of Hernia) और कारण (Causes Of Hernia) क्या-क्या हैं?
किसी भी व्यक्ति को हर्निया की समस्या (hernia problem) तब होती है जब शरीर का कोई हिस्सा अपनी जगह से बाहर निकल आता है। वहीं, हर्निया के लक्षणों की बात करें, तो हर्निया के लक्षणों में वजन उठाते हुए दर्द होना, पेट में भारीपन महसूस होना, चक्कर आना और कब्ज आदि होना शामिल हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि कई बार हर्निया के लक्षण (Symptoms Of Hernia) महसूस हो भी सकते हैं और नहीं भी हो सकते हैं।
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आमतौर पर हर्निया की समस्या उन लोगों में होती है, जिन्होंने कभी अधिक वजन उठाया हो, गहरी चोट के संपर्क में आए हों या कोई ऑपरेशन करवाया हो। इसके अलावा, यह समस्या उन लोगों को भी हो सकती है, जिन्हें काफी लंबे समय तक कब्ज या खांसी की समस्या होती है। गर्भवती महिलाओं को भी हर्निया (Hernia Problem in Women ) होने की संभावना होती है। इसके अलावा आप नीचे दिए गए बिन्दुओं के जरिए भी हर्निया के कारणों (Causes of Hernia) के बारे में विस्तार से जान सकते हैं-
आमतौर पर हर्निया का उपचार या इलाज सर्जरी के जरिए ही किया जाता है। वहीं, अगर किसी व्यक्ति को हर्निया हो जाए, तो उसकी सर्जरी दो तरह से होती है- पहली ओपन सर्जरी (Open Surgery) और दूसरी लेप्रोस्कोपिक सर्जरी। बता दें, कि ओपन सर्जरी में हर्निया से पीड़ित मरीज को 6 महीने तक का आराम करने के लिए कहा जाता है। इसमें व्यक्ति 6 महीने तक कोई भी शारीरिक गतिविधि नहीं कर सकता। वहीं लेप्रोस्कोपिक सर्जरी (Laparoscopic Surgery) में जनरल एनेस्थीसिया देकर लोकल सर्जरी की जाती है। बता दें कि इसमें छोटा-सा चीरा लगाया जाता है। आमतौर पर दिल के मरीजों को डॉक्टर लोकल सर्जरी की सलाह देते हैं।
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अगर हम बात करें हर्निया की समस्या होने पर कैसे घरेलू उपचारों के द्वारा नियंत्रण प्राप्त कर सकते हैं, तो उनमें मसाज, योगासन, दालचीनी, गर्म पानी का सेवन और सेब का सिरका का सेवन आदि शामिल है।
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हर्निया की समस्या से बचने के लिए नीचे दिए गए बातों का हमेशा ध्यान रखें-
हर्निया एक ऐसी समस्या है जो कि किसी को भी और किसी भी उम्र में हो सकता है, क्योंकि इसका उम्र से कोई लेना देना नहीं है। हालांकि, हर उम्र में रिस्क अलग-अलग होते हैं।
हर्निया एक ऐसी बीमारी है जिसका एकमात्र इलाज सर्जरी है। वहीं आपको अपने आप में हर्निया का कोई भी लक्षण जब भी दिखे, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि डॉक्टर ही आपको सही बता पाएंगे कि ऑपरेशन कितनी जल्दी करने की जरूरत है।
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हर्निया की समस्या पेट में हो सकता है। इसके अलावा, यह बीमारी जांघों के पास भी हो सकती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पहले शरीर में कहीं ऑपरेशन हुआ हो, तो वहां पर भी हर्निया हो सकता है।
हर्निया मुख्य रूप से 5 प्रकार का होता है-
यदि आप हर्निया की समस्या से पीड़ित हैं, तो 91466-91466 पर कॉल करके हमारे डॉक्टर से FREE में सलाह ले सकते हैं।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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