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Cancer and diet: कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में आप सुन भर लें तो घबरा जाते हैं। और यह भी जानते किस बीमारी में कितनी तकलीफ सहने पड़ती है। लेकिन अफसोस की बात यह है कि आपको डर तब लगना शुरू होता है जब आप किसी अपने को कैंसर से जूझते हुए देखते हैं या फिर आप खुद कैंसर के शिकार हो जाते हैं। लेकिन आपको नहीं लगता है कि अगर कैंसर के बारे में पहले से ही पता हो कि इससे बचना कैसे है (Cancer prevention guidelines) या ऐसा क्या किया जाए कि इस लाइलाज बीमारी से दूरी बने रहे तो कितना बढ़िया होगा।
आप भले ही आप अपनी चिंता ना करें लेकिन हम आपके चिंता जरूर करते हैं इसलिए आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि कैसे आपका गलत खान-पान है (cancer prevention diet )आपकी ना के बराबर शारीरिक गतिविधियां कैंसर (exercise and cancer) को जन्म दे सकती हैं।
वैसे आर्टिकल में आगे बढ़ने से पहले आपको बताना चाहते हैं कि 7 नवंबर को नेशनल कैंसर अवेयरनेस डे (National Cancer awareness day) सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश होता है दुनियाभर में लोगों को कैंसर के बारे में जागरूक करना और उनको यह बातें बताना कि कैंसर से बचाव करना बहुत जरूरी है।
चलिए अब मुद्दे पर आते हुए मैं आपको बता दूं की रिसर्च के मुताबिक खराब डाइट (cancer causing food) और एक्टिव ना रहना किसी भी व्यक्ति के अंदर कैंसर के पैदा होने के संभावना को काफी गुना ज्यादा बढ़ा देता है। लेकिन राहत की बात यह है कि अब आप यह जाने का है तो आज से ही आप इस पर काम शुरू कर के कैंसर से बचने के चांसेस को काफी ज्यादा बढ़ा सकते हैं।
यह जो बातें मैंने आपको बताइए ही यूं ही नहीं है। वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड के मुताबिक यूएस में 18% कैंसर के केसों में जो मरीज़ थे वो मोटापे, फिजिकल इनैक्टिविटी, शराब पीने वाले या खराब डाइट वाले हैं।
ये तो आपने सुना ही होगा कि वजन को कंट्रोल में रखने से दिल की बीमारी या डायबिटीज जैसी कोई बड़ी बीमारी होने का रिस्क काफ़ी कम हो जाता है। लेकिन आप मुझसे शायद कुछ ही लोगों को पता होगा कि वजन को कंट्रोल में रखने से क्या कैंसर के होने की संभावना भी कम हो जाती है।
अगर आपका वजन ज्यादा है आप मोटापे के शिकार है तो बहुत ज्यादा चांसेस है कि आप कई तरह के कैंसर के शिकार हो जाए। इसमें सबसे कॉमन ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) है जो कि उन महिलाओं में देखने को मिलता है जिनको मीनू पॉज की समस्या है। इसके अलावा कोलन एंड रेक्टल कैंसर (colon and rectal cancer), एंडोमेट्रियल (endometrial cancer) , ऐसोफागस (esophagus cancer), पैंक्रियास (Pancreas cancer), लिवर किडनी (liver kidney cancer) सहित अन्य कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।
यूं तो मोटापे की वजह से कैंसर होना कई कारक पर आधारित है। लेकिन इसमें से मुख्य कारक है ज़्यादा वजन की वजह से एस्ट्रोजन और इंसुलिन का बनना और शरीर में इनका सर्कुलेट होना। विवो हार्मोन से जिन से कैंसर के पैदा होने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर कैसे पता लगाया जाए कि आपकी उमर और हाइट के हिसाब से आपका शरीर का वजन ठीक है कि नहीं? मैं आपको बता दूं कि यह पता लगाने का सबसे इजी तरीका है बीएमआई कैलकुलेटर। यहां पर क्लिक करके आप अपने हाइट के हिसाब से अपना वजन देख सकते हैं। अगर आपका वजन नार्मल है तो चिंता करने की इतनी जरूरत नहीं है लेकिन आप को मेंटेन करना बहुत जरूरी है लेकिन यदि आप ओवरवेट है तो इसको कम करने का पूरा पूरा ट्राई करें।
आपको बता दें कि जिन लोगों का बीएमआई 25 से कम होता है उनका वेट नार्मल कैटेगरी में आता है। आप अपने बीएमआई नंबर को हमारे डॉक्टर से भी शेयर कर सकते हैं या आपने जान पहचान के डॉक्टर से भी पूछ सकते हैं इसके मुताबिक वह आपको सलाह दे पाएंगे कि आपको क्या करना चाहिए।
अगर आप अपना वजन कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं तो सबसे पहला और अच्छा स्टेप होगा मील में प्रोटीन लेवल चेक करना। खासतौर से उन स्थानों पर जरूर ध्यान दें जिन में बहुत ज्यादा कैलरी, फैट या बहुत ज्यादा एडेड शुगर मौजूद है। साथ में ही कोशिश करें कि हाय कैलरी वाले खाने और ड्रिंक्स का इस्तेमाल कम या फिर खत्म कर दें।
अगर आप ओवरवेटड है यानी आपका वजन ज़्यादा है तो यकीन मानिए, शुरुआती स्टेज में एक किलो वजन कर के ही आप बहुत बेहतर फील करेंगे और फिर आपका शरीर भी वजन कम होने के साथ बीमारियों को आपसे दूर रखेगा.
अब यह तो आप सभी ने सुना होगा कि दिनभर बैठे रहने से आप खुद ही कई सारी बीमारियों को बुलावा देते हैं। ऐसे में चलने-फिरना काफ़ी ज़्यादा फायदेमंद हो सकता है। एडल्ट्स के लिए 150-300 मिनट तक मॉडरेट इंटेंसिटी के साथ और 75-150 मिनट ज़ोरदार इंटेसिटी के साथ शारीरिक गतिविधि करना फायदेमंद हो सकता है। बच्चों के लिए 60 मिनट काफ़ी हैं।
ये उस प्रकार की गतिविधियां होती हैं जिनमें आप ठीक वैसे सांस लेते हैं जैसे चलने के दौरान लेते हैं। इसमें वॉकिंग, बाइकिंग, घर के काम या गार्डनिंग
यह उस प्रकार की गतिविधियों में आते हैं जिसमें आपके शरीर की बड़ी मांसपेशियों का प्रयोग होता और आपका तेज बहुत तेज धड़कता है और आपको पसीना आने लगता है।
अच्छा खाना और उसको सही तरीके से खाना आपके स्वास्थ्य में सुधार करता है और साथ ही आपके कैंसर के जोखिम को कम करता है। एक स्वस्थ भोजन पैटर्न में ये चीज़े शमिल होनी चाहिए
शराब से कई प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। आप जितनी ज्यादा शराब पीते हैं, आपके कैंसर का खतरा उतना ही ज्यादा होता है। ख़ासतौर में स्तन कैंसर में शराब की थोड़ी सी भी मात्रा ज़ोखिम बढ़ा देती है।
अगर फिर भी कुछ लोग शराब पीना चुनते हैं तो पुरुषों को दिन में 2 ड्रि्ंक्स और महिलाओं को प्रति दिन 1 ड्रिंक पीनी चाहिए।
इस आर्टिकल में हमने जाना कि अगर हमारा वज़न नियंत्रण में है और हम एक हेल्दी लाइफस्टाइल जी रहे हैं तो कैंसर होने का ज़ोखिम बहुत कम हो जाता है।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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