Table of Contents
Toggle
गर्भपात (miscarriage) किसी भी महिला के लिए बेहद दुखद घड़ी होती है। क्योंकि एक शिशु को कुछ महीने पाल कर उसे खो देना काफी गम भरी घटना होती है। नवजात शिशु के जाने से पीड़ित महिला के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों रूपो में पीड़ादाई और मुश्किल होता है। लेकिन अगर आपके पास गर्भपात (से संबंधित सारी जानकारी है तो ये आपको इस दर्द से उबरने में मदद करेगा।
सबसे पहले तो ये जान लेते हैं कि गर्भपात होता क्या है? दरअसल गर्भधारण से 24 सप्ताह पहले अगर शिशु की मृत्यु हो जाए तो इसे गर्भपात कहते हैं। इसके अलावा गर्भावस्था के शुरूआती 12 महीने से पहले अगर शिशु की मृत्यु हो जाए तो इसे अर्ली मिसकैरिज (miscarriage meaning in hindi) कहा जाता है।
गर्भपात(garbhpat) होने पर पीड़ित महिला को कई तरह के लक्षण महसूस होते हैं जिसमें से ब्लीडिंग होना सबसे नॉर्मल लक्षणों में से एक है। इसके अलावा भी गर्भपात के कई लक्षण हैं जैसे-
अगर आप महिला डॉक्टर से FREE सलाह लेना चाहती हैं तो 91466-91466 पर कॉल करें और डॉक्टर से सलाह लें।
गर्भपात (miscarriage) होने के कई कारण होते हैं जैसे खानपान का ध्यान ना रखना, पेट पर दबाव या चोट लगना और योनि में संक्रमण होना आदि महिलाओं में गर्भपात का कारण बन सकता है। इसके अलावा भी गर्भपात के कई कारण हैं जैसे-
खानपान (miscarriage causes) गर्भपात होने का सबसे बड़ा कारण है। गर्भवती महिला को पपीता नहीं खाना चाहिए, क्योंकि पपीता खाने से मिसकैरेज का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। डॉक्टर की तरफ से पपीता उन महिलाओं को खाने की सलाह दी जाती है जिनके पीरियड्स रेगुलर नहीं आते हैं।
किसी भी तरह के गर्भपात के बाद लगभग दो सप्ताह तक ब्लीडिंग होती है। और दवाइयों के कारण हुए गर्भपात में करीब 9 दिनों तक ब्लीडिंग होती है।
गर्भपात या अबॉर्शन वो अवस्था है जिसमें गर्भाशय के भीतर भ्रूण का विकास रुक जाता है और उसकी मृत्यु हो जाती है और गर्भावस्था की समाप्ति हो जाती है।
अगर आप प्रेग्नेंट हैं और डॉक्टर से सलाह लेना चाहती हैं तो 91466-91466 पर कॉल करें और डॉक्टर से FREE सलाह लें।
उजाला सिग्नस हेल्थकेयर ग्रुप (Ujala Cygnus Healthcare Group) के 16 अस्पताल हैं जो कानपुर, रेवाड़ी, काशीपुर, वाराणसी, सोनीपत, पानीपत, कुरक्षेत्र, दिल्ली के नांगलोई, दिल्ली के रामा विहार, कैथल, बहादुरगढ़, करनाल,मुरादाबाद, हल्द्वानी, आगरा में स्थित हैं। किसी भी प्रकार की बीमारी का इलाज करवाने के लिए आप अपने नज़दीकी उजाला सिग्नस अस्पताल में अपॉइंटमेंट बुक करवा सकते हैं। इसके अलावा, फ़ोन के ज़रिये मुफ्त परामर्श लेने के लिए आप 91466-91466 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.