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आमतौर पर गर्भवती (Pregnant) महिलाओं को प्रतिदिन 2000 कैलोरी लेने की आवश्यकता होती है। जिसमें फल, हरी सब्ज़ियां, कार्बोहाइड्रेट्स (पास्ता और आलू), प्रोटीन (दाल, मछली, अंडा, मांस, दूध और दही के अलावा अन्य डेयरी प्रोडक्ट्स) और वसा शामिल हों। हालांकि, प्रेग्नेंसी के दौरान जरूरत से ज़्यादा खाने (Pregnancy Diet Plan) पर महिलाओं को कई तरह की समस्याएं होने की संभावना होती है।
दरअसल, ज्यादा खाने पर महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान इतनी मोटी हो सकती हैं कि उनके गर्भपात (Miscarriage) का ख़तरा बढ़ सकता है। इतना ही नहीं, उनमें हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) और डायबिटीज (Diabetes) की संभावना हो सकती है। समय से पहले बच्चा पैदा हो सकता है। सिज़ेरियन डिलीवरी की नौबत आ सकती है। इसलिए गर्भवती (Pregnant) महिलाओं का खाना संतुलित होना चाहिए।
गर्भवती (Pregnant) महिलाओं को अपने डाइट में ये चीजें जरूर शामिल करनी चाहिए-
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गर्भवती (Pregnant) महिलाओं को प्रेगनेंसी (Pregnancy) में ज्यादा कैलोरी वाली चीजों से दूरी बना लेनी चाहिए। इसके अलावा, जितना हो सके प्रोसेस्ड या पैकेज्ड फूड, शराब, ज्यादा कैफीन, आर्टिफिशियल स्वीटनर, कच्चा अंडा और कच्ची मछली खाने से बचना चाहिए।
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गर्भवती (Pregnant) महिलाओं को ज्यादा फाइबर वाले फल खाने चाहिए। इसके लिए आप सेब, नाशपाती, संतरा, अमरूद, जामुन, आड़ू और बेरीज खा सकती हैं। इन फलों के सेवन से ब्लड शुगर और एनर्जी लेवल सही रहता है।
गर्भवती (Pregnant) महिलाओं को किन फलों का सेवन नहीं करना चाहिए?
गर्भवती (Pregnant) महिलाओं को अंगूर, कच्चा पपीता, पाइनएप्पल और केला का सेवन नहीं करना चाहिए।
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गर्भवती (Pregnant) महिलाओं को फल खाते समय निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए-
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यदि बात सब्जियों की की जाए तो कुछ ही सब्जियां हैं जो नही खाना चाहिए। जिनमें कटहल, बैंगन, अंकुरित अनाज, पत्ता गोभी और करेला खाने से भी बचना चाहिए, क्योंकि बैंगन शरीर को गर्मी देता है और एसिडिक भी होता है। अंकुरित अनाज भी गर्भावस्था में नुकसान पहुंचा सकते हैं और करेला का भी तासीर गर्म होता है।
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चाय में कैफीन होता है और गर्भावस्था में कैफीन का ज्यादा सेवन ठीक नहीं होता है। इसलिए प्रेग्नेंसी में ज्यादा चाय पीना नुकसानदायक हो सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दूध की चाय, ग्रीन और ब्लैक टी और ऊलोंग टी में लगभग 40 से 50 मिलीग्राम कैफीन होता है।
अरहर की दाल में आयरन, फोलिक ऐसिड, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम , विटामिन बी और मिनरल्स पाया जाता है। वहीं, अरहर की दाल में पाया जाने वाला फोलिक एसिड महिलाओं के लिए फायदेमंद होता है। विषेशरूप से गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
प्रेग्नेंसी से संबंधित अधिक जानकारी के लिए 91466-91466 पर कॉल करें और पाएं डॉक्टर से FREE सलाह। आप अपने नज़दीकी उजाला सिग्नस अस्पताल में अपना बेहतर और किफायती इलाज भी करवा सकते हैं। हमारे अस्पताल कानपुर, रेवाड़ी, काशीपुर, वाराणसी, सोनीपत, पानीपत, कुरुक्षेत्र, दिल्ली में नांगलोई और रामा विहार, कैथल, बहादुरगढ़, करनाल, मुरादाबाद, हल्द्वानी और आगरा में मौजूद हैं।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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