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हर महिला की इक्छा होती है कि वो मां बने, इस सपने के लिए एक महिला कितने जतन करती है। घर में नन्हे बच्चे की आने की खुशी में पूरा परिवार चहकने लगता है, लेकिन कई बार कुछ लापरवाही के कारण महिलाएं गर्भपात का शिकार हो जाती हैं, और पूरे परिवार की ये खुशियां मातम में बदल जाती है। इसके अलावा पीड़ित महिला शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर हो जाती है। इतना ही नहीं दोबारा गर्भ धारण करने में भी काफी दिक्कतें आती हैं।
Miscarriage kyu hota hai in hindi: गर्भपात एक ऐसा शब्द है (miscarriage meaning in hindi) जो कोई भी गर्भवती महिला सुन्ना पसंद नहीं करती है, लेकिन कुछ लापरवाही और शारीरिक दिक्कतों के कारण महिलाएं गर्भपात (pregnancy miscarriage) का शिकार हो जाती हैं। गर्भपात होने के कई कारण (miscarriage causes in hindi )हैं जैसे-
जब गर्भवती महिला का गर्भाशय का विभाजन हो जाता है और असामान्य स्थिति में पहुंच जाता है तो इस स्थिति में गर्भपात होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। क्योंकि इस स्थिति में भ्रूण का विकास नहीं हो पाता है।
कभी-कभी इम्यूनोलॉजी डिसऑर्डर के कारण भी गर्भवती महिलाएं गर्भपात का शिकार हो जाती हैं। इस स्थिति में गर्भवती महिला अस्थमा, एलर्जी, ऑटोइनफ्लेमेटरी सिंड्रोम जैसी बीमारियों का शिकार हो जाती हैं जिसके कारण गर्भाशय में भ्रूण का विकास नहीं हो पाता है और फिर गर्भपात की स्थिति पैदा हो जाती है।
ये गर्भपात के सबसे आम कारणों में से एक है, इंसान के शरीर में मौजूद छोटी-छोटी संरचनाओं को ही क्रोमोजोम कहते हैं और यही संरचनाएं जीन्स को अंदर बाहर लाने ले जाने का काम करती है। लेकिन किसी-किसी मामले में पुरुष के शुक्राणु अंडों से मिल जाते हैं और फिर इन अंडों में अंदरूनी परेशानी आ जाती है, जिसके बाद भ्रूण के भीतर क्रोमोजोम का मेल खराब हो जाता है और महिला गर्भपात का शिकार हो जाती है।
पीसीओएस यानि पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के कारण भी मिसकैरेज होने का खतरा ज्यादा रहता है। जो महिलाएं पीसीओएस की समस्या का शिकार होती हैं उनमें प्रोजेस्ट्रोन व एस्ट्रोजन हार्मोंस का संतुलन बिगड़ने लगता है, जिसकी वजह से गर्भधारण करने के लिए अंडों का विकास नहीं हो पाता है।
खानपान भी गर्भपात होने का सबसे बड़ा कारण है, गर्भावस्था में डॉक्टर्स गर्म चीजों से परहेज़ करने की सलाह देते हैं, क्योंकि तासीर गर्म होने के कारण गर्भपात जल्दी हो जाता है।
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One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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