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Joint pain: उम्र बढ़ने के साथ साथ जोड़ों में दर्द, गठिया या आर्थराइटिस जैसे रोग व्यक्ति की रोजमर्रा की जिंदगी को काफी प्रभावित करते हैं, इन बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति को उठने- बैठने, चलने फिरने और यहां तक की एक बार लेट जाने के बाद दोबारा आसानी से उठकर खड़े हो पाना काफी मुश्किल हो जाता है। इस बीमारी के कारण अक्सर जोड़ों में दर्द, जकड़न और सूजन की समस्या बनी रहती है और जब लंबे समय तक इन सूजन पर ध्यान ना दिया जाए तो ये गांठ का रूप भी ले सकती है जिसके बाद तकलीफें और अधिक बढ़ जाती हैं।
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(Joint swelling reasons)
जोड़ों में दर्द का सबसे बड़ा कारण गठिया होता है इसी की वजह से जोड़ों में सूजन हो जाती है और फिर ये सूजन दर्द और गांठ में बदल जाता है। लेकिन इसके अलावा भी जोड़ों में सूजन कई कारणों से हो सकती है जैसे-
गाउट के कारण भी जोड़ों में सूजन होने लगती है, इसमें शरीर का यूरिक एसिड बढ़ने लगता है और फिर एसिड के क्रिस्टल जोड़ों में जमा होने लगते हैं जिसकी वजह से सूजन आ जाती है।
इसे गठिया का एक प्रकार माना जाता है, इसकी स्थिति तब आती है जब जोड़ों के कार्टिलेज घिस जाते हैं और जोड़ों की हड्डियां आपस में रगड़ खाने लगती हैं, ऐसे में जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न की समस्या पैदा हो जाती है।
इस स्थिति में हमारा शरीर खुद के ही स्वस्थ ऊतकों को नुकसान पहुंचाने लगता है, जिससे जोड़ों में सूजन आ जाती है। इसके अलावा हड्डी टूटना, हड्डी का अपनी जगह से खिसक जाना या चोट लगने के कारण भी सूजन आने लगती है।
(Joint swelling treatment)
जोड़ों में सूजन के कई लक्षण हो सकते हैं जैसे-
(Joint pain treatment)
Joint pain treatment in Hindi: वैसे तो गठिया, सूजन और जोड़ों में दर्द के कई इलाज हैं, स्थिति बिगड़ने पर डॉक्टर इसे कुछ सर्जरी की मदद से भी ठीक कर देते हैं, लेकिन अगर आप शुरूआती दौर में ही कुछ सावधानियों का ध्यान रखते हैं या कुछ घरेलू उपाय करते हैं तो इससे भी आप गंभीर स्थिति में पहुंचने से बच सकते हैं।
इलाज बताने से पहले आपको ये बता दें कि अगर आप किसी भी तरह की बीमारी से बचना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने वजन को संतुलित रखें, क्योंकि अधिकांश बिमारियां अधिक वजन के कारण ही होती हैं खासकर जोड़ों के दर्द का एक मुख्य कारण भी अधिक वजन ही है। इसलिए पैरों पर शरीर का अधिक भार ना पड़े इसलिए वजन को संतुलित रखें, और जोड़ों में दर्द रहता है तो अपनी डाइट में ओमेगा 3 फैटी एसिड, ताजे फल व सब्जियों का अधिक सेवन करें।
रोज़ाना खाने में 2 कच्चे लहसुन का सेवन करने से ये शरीर को शुद्ध करने में मदद करता है। इसके साथ ही खून में मौजूद यूरिक एसिड को निकालने में भी सहायता करता है।
जोड़ों में सूजन का इलाज करने के लिए सबसे पहले 100 ग्राम मेथी को थोड़ा भून लें और इसमें 50 ग्राम सौंठ, 25 ग्राम हल्दी, 250 ग्राम मिश्री डालें और इसका एक मिश्रण तैयार कर लें। इस मिश्रण को रोज़ाना सुबह शाम दूध के साथ एक चम्मच पाउडर लें।
गठिया के सूजन औऱ दर्द से छुटकारा पाने के लिए हीट एंड कोल्ड पैक का इस्तेमाल काफी फायदेमंद माना जाता है, इससे जोड़ों को आराम मिलता है और मसल्स भी रिलैक्स होते हैं जिससे सूजन कम होने लगती है और दर्द से छुटकारा मिल जाता है।
हर तरह की दवाइयां और इलाज के अलावा अगर लंबी उम्र जीना चाहते हैं तो रोज़ाना एक्सराइज़ और योग करना बिल्कुल ना भूलें। एक्सरसाइज से वजन कंट्रोल रहता है और साथ ही शरीर व घुटने भी एक्टिव रहते हैं।
उजाला सिग्नस हेल्थकेयर ग्रुप के 13 अस्पताल हैं जो रेवाड़ी, सोनीपत, पानीपत, कुरक्षेत्र, कैथल, बहादुरगढ़, करनाल, कानपुर, वाराणसी, काशीपुर, दिल्ली के नांगलोई, दिल्ली के रामा विहार में स्थित हैं। किसी भी प्रकार की बीमारी का इलाज करवाने के लिए आप अपने नज़दीकी उजाला सिग्नस अस्पताल में अपॉइंटमेंट बुक करवा सकते हैं। इसके अलावा, फ़ोन के ज़रिये मुफ्त परामर्श लेने के लिए आप 9146691466 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं।
One of the hallmarks of our facility is the inclusion of 6 state-of-the-art critical care units.
These units are dedicated to ensuring that patients facing severe and life-threatening conditions receive immediate and specialized care.
Additionally, our 8-bed Intensive Care Unit (ICU) is equipped with the latest technology to monitor and manage patients who require intensive medical attention.
Patients can also benefit from the spacious general beds while they recover.
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